कोरोना महामारी से जूझते लोगों की चिंता के मद्देनज़र यूपी कि योगी सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। प्रशासन और शासन में आपसी समन्वय को और प्रभावी बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी राहत मित्र ऐप शुरू किया है। ईज ऑफ गवर्नेंस की दिशा में यह भारत में अपनी तरह का पहला ऐप है।
इस ऐप का इस्तेमाल राज्य सरकार अन्य राज्यों से वापस लौटने वाले प्रवासी नागरिकों को सरकारी योजना का लाभ, उनके स्वास्थ्य की निगरानी और उनके कौशल के योग्य रोजी रोजगार प्रदान करने में डाटा एकत्रित करने के लिए करेगी। राजस्व विभाग राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस ऐप के जरिए विभिन्न विभागों द्वारा आपस में इन प्रवासी नागरिकों के रोजगार और आजीविका के लिए रोडमैप बनाने में सहायता मिलेगी। इस ऐप के माध्यम से शेल्टर केंद्र में ठहरे व अन्य कारणों से पहुंचे प्रवासी श्रमिकों व कामगारों का ब्यौरा होगा। ऐप में प्रत्येक शख्स की मूलभूत जानकारी जैसे, नाम, शैक्षणिक योग्यता, अस्थायी और स्थायी पता, बैंक अकाउंट का विवरण, कोरोना स्क्रीनिंग के साथ ही 65 से अधिक जानकारियां इकठ्ठा की जाएंगी।
राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि यह ऐप सरकार के सभी विभागों के लिए डाटा एक्सेस का बेहतर माध्यम साबित होगा, जिससे भविष्य में प्रवासी श्रमिकों का सही आंकड़ा उनके स्वास्थ्य, कौशल और शैक्षणिक योग्यता संबंधित विभागों के पास रहेगा और योजना बनाने और उसके क्रियान्वयन में आसानी रहेगी और प्रवासी मजदूरों को जल्द साथ राहत मिल सकेगी।