उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल से आने वाले दिग्गज नेता भालचंद का निधन हो गया। वह 63 साल के थे। पू्र्व बसपा सांसद ने गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में दोपहर दो बजे अंतिम सांस ली। वह पीलिया से पीड़ित थे। भालचंद दो बार 1999 में सपा और 2004 में बसपा से सांसद रह चुके हैं। उनके निधन की सूचना मिलते ही जिले में शोक छा गया। घर वाले उनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस से लेकर चल चुके हैं। शनिवार को सरयू के बिडहर घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। किसान रामसहाय के घर 1956 में जन्मे भालचंद चार भाइयों मे दूसरे नंबर के थे।
परिवार में पत्नी फूला देवी, बेटे प्रमोद यादव, सुबोध यादव और विवाहित बेटी विभा यादव हैं। सात बार सांसद का चुनाव लड़ चुके भालचंद ने 2019 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। उनके करीबी विश्वनाथपुर के संतराम यादव, तामेश्वरनाथ के ब्रह्मशंकर भारती, बृजभूषण पांडेय, सपा जिलाध्यक्ष गौहर अली, पूर्व जिला उपाध्यक्ष केडी यादव, सपा के वरिष्ठ नेता कोमल यादव, राजमन यादव, पूर्व विधायक अलगू प्रसाद चौहान, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम ने पूर्व सांसद भालचंद यादव के निधन को पूर्वांचल की राजनीति में अपूरणीय क्षति बताया है। बता दें कि यूपी में एसपी और बीएसपी ने गत लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था। मगर अपेक्षित नतीजे न आने के कारण गठबंधन टूट गया।