लखनऊ। यूपी मिशन-2022 के लिए नब्ज टटोलने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को सुबह आध्यात्म नगरी चित्रकूट के सात दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। 8 से 13 जुलाई तक चित्रकूट में होने वाली आरएसएस की पांच दिवसीय बैठक में यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन किया जाएगा। इसके साथ ही सरकार के कामकाज का भी संघ आंकलन करेगा। चित्रकूट के पंडित दीनदयाल शोध संस्थान आरोग्यधाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की होने वाली पांच दिवसीय बैठक में संघ के क्षेत्र व प्रांत प्रचारक शामिल होंगे। महामारी की वजह से इस बैठक में सिर्फ क्षेत्र प्रचारक ही मौजूद होंगे और प्रांत प्रचारक डिजिटल माध्यम से बैठक में शामिल होंगे। हालांकि, आरएसएस के सभी महत्वपूर्ण निर्णय अखिल भारतीय प्रतिनिधि में लिए जाते हैं।
आरएसएस की बैठक में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के 30 पदाधिकारी प्रत्यक्ष रूप से शामिल होंगे। इस बैठक में कार्यकारी मंडल, प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारकों की बैठक में चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा संघ अगले वर्ष के कार्यों की रूपरेखा तय करेगा। लेकिन, इस बार उत्तर प्रदेश के चुनावों के मद्देनजर प्रांत प्रचारक बैठक महत्वपूर्ण हो गई है। आरएसएस की यह बैठक हर साल होती है, लेकिन यूपी में अगले साल चुनाव होने हैं। ऐसे में संघ की पांच दिवसीय बैठक पर सभी की निगाहें हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के चित्रकूट पहुंचने से पहले ही एमपी के कई मंत्रियों ने डेरा डाल रखा है। यूपी में अगले साल 2022 में वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आरएसएस चुनाव को लेकर यूपी की नब्ज टटोली जाएगी। इसके साथ ही सरकार के कामकाज का भी आकलन किया जाएगा।
8 जुलाई को संघ के क्षेत्रीय प्रचारक चित्रकूट पहुंचेंगे जबकि 9 जुलाई और 10 जुलाई को होने वाली क्षेत्रीय प्रचारक की बैठक में मोहन भागवत भाग लेंगे। इसके बाद 10 और 11 जुलाई को प्रांतीय प्रचारकों के साथ मोहन भागवत वर्चुअली बैठक लेंगे। कोरोना महामारी को देखते हुए 300 प्रचारक ऑनलाइन इस बैठक से जुड़ेंगे। इसके बाद 13 जुलाई को शाम 5 बजे वापस लौंट जाएंगे। बता दें कि संघ प्रमुख और सभी पदाधिकारी बैठक में यूपी और एमपी सरकारों के कामों के साथ इनकी कार्यशैली व जनता के बीच इनके कार्य व्यवहार पर भी मंथन करेंगे। माना जा रहा है कि संघ यूपी चुनाव के लिहाज से योगी सरकार के दिशा निर्देश भी तय होंगे। संघ प्रमुख से बैठक से तीन दिन पहले भागवत के पहुंचने को इसी नजरिए देखा जा रहा है।
संघ प्रमुख बैठक से पहले धर्मनगरी चित्रकूट के साधु-संतों से भेंट कर चित्रकूट और यूपी के विकास को लेकर चर्चा कर सकते हैं।