लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा फिल्म सिटी के ऐलान के बाद प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कलाकारों में हलचल देखी जा रही है। यूपी के कलाकारों को मानना है कि फिल्म नीति में यूपी के कलाकारों के हितों का ध्यान रखा जाए। इसी को लेकर कलाकारों व कास्टिंग डायरेक्टर्स ने निसर्ग संस्था के सौजन्य से संगीत नाटक अकादमी में बैठक की। इस बैठक में कलाकारों ने कहा कि फ़िल्म सिटी व फ़िल्म नीति में मुम्बई के फ़िल्म निर्देशकों व निर्माताओं के सुझावों के साथ ही उत्तर प्रदेश के स्थानीय कलाकारों के सुझावों पर भी ध्यान दिया जाए ताकि भविष्य में प्रदेश से कलाकारों का पलायन रुक सके। बैठक में कहा गया कि ये तभी संभव होगा जब यहां के कलाकारों को भी मुम्बई के कलाकारों जैसी सुविधायें, फीस व अधिकार मिलें। करीब 3 घंटे चली इस मैराथन बैठक में मुख्य रूप से 20 बिंदु निकलकर आए। बैठक के बाद तय किया गया कि इस चर्चा से मिले सुझावों को आधार बनाकर सभी कलाकार व कास्टिंग डायरेक्टर्स फ़िल्म बंधु विभाग व फ़िल्म सिटी से संबंधित अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
बैठक में लखनऊ के जाने माने कलाकार डॉ अनिल रस्तोगी, ललित पोखरिया, नवल शुक्ला, नरेंद्र पंजवानी, मंजू गुप्ता, राकेश पांडेय, रेहान किदवई, संदीप यादव, वरुण टम्टा, राखी किशोर, प्रीति चौहान, पुनीता अवस्थी, तूलिका बनर्जी, अर्पित मिश्रा, अम्बुज रस्तोगी, अजय सिंह, महेश देवा, अविनाश शुक्ला, अमलेश जायसवाल, बृज भूषण तथा कास्टिंग डायरेक्टर विवेक यादव, मो. सैफ, पंकज चौहान, समायर सिंह, विशाल आनंद, अविनाश गुप्ता, मानसी पांडेय समेत लखनऊ के कई युवा कलाकार उपस्थित रहे। बैठक के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संदीप यादव ने बताया कि कई कलाकार ऐसे थे, जो बैठक में नहीं आ सके, लेकिन उन्होंने भी इसमें ऑनलाइन अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सुझाव दिए।

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