योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि पूरी दुनिया में अब तक एक करोड़ लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जहां ठंड है, वहां ज्यादा फैलने का खतरा है, लेकिन देशवासियों को कोरोना वायरस से आतंकित होने की जरूरत नहीं है। योग और काढ़ा इसके लिए रामबाण इलाज है। उन्होंने कहा कि तीन प्रकार के प्राणायाम और पांच तरह की आयुर्वेदिक औषधियों से कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी से दूर रहा जा सकता है।

बाबा रामदेव शनिवार को नामकुम स्थित आचार्यकुलम् में प्रेस कांफ्रेस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम प्राणायाम के नियमित अभ्यास करने व हल्दी, काली मिर्च, गिलोय, अदरक व तुलसी का काढ़ा बनाकर नियमित सेवन से कोरोना वायरस प्रभावित नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि जिन्हें कोरोना वायरस ने चपेट में ले लिया है, वे सुबह- शाम और दिन भर में इस औषधीय काढ़ा का सेवन 10 बार करें। बाबा ने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षण जिनमें भी दिखाई दे रहे हैं, वे सुबह-शाम गिलोय का सेवन कर इसे दूर भगा सकते हैं।

बाबा ने कहा कि कोरोना वायरस से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि इससे मुकाबला करने के लिए योग सबसे बेहतर और आसान तरीका है। यह वायरस उन्हीं को प्रभावित कर रहा है जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। मतलब इम्यूनिटी सिस्टम कम है। उन्होंने कहा कि यह वायरस कमजोर रेस्पिरेटरी सिस्टम वाले लोगों के हार्ट और सर्कुलेशन सिस्टम को ध्वस्त कर देता है।

चीन को सिखाएंगे योग, पिलाएंगे गिलोय का काढ़ा
बाबा रामदेव ने कहा कि वह चाइना को भी ऑफर देते हैंं कि योग एक्सपर्ट के साथ वह खुद वहां जाकर कोरोना वायरस से लड़ने और उसे समाप्त करने की विधि बताएंगे। योग और काढ़ा पीने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा। आफत की इस घड़ी में लोग सशंकित न हों, विदेश से आने वाले लोग आ रहे हैं, उनको देश में आने दें। एहतियात के तौर पर उन्हें एक सुरक्षा चक्र में रखें। कुछ दिनों तक ऐसे लोगों को ट्रैक करते रहें। सिर्फ शरीर का तापमान देखकर कोरोना का पता नहीं लगाया जा सकता। एनआरआई को भी 10 दिनों तक ट्रैक करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि भारत की 70 फीसदी आबादी को आह्वान करता हूं कि उन्हें किसी प्रकार की मास्क की जरूरत नहीं है। कोरोना का वायरस उड़कर नहीं जाता। कोराना का वायरस तीन फीट से आगे नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले स्थान पर खांसी-सर्दी वाले लोगों से तीन फीट की दूरी बनाकर रखें। खासकर विदेश से आने वाले लोगों के साथ यह दूरी बनानी है। एतिहात बरतना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सेनेटाइजर और शराब से काेरोना वायरस खत्म नहीं होगा, बल्कि शराब पीने वाला खत्म हो जाएगा।

जमकर खेलें होली, कोरोना से डरने की जरूरत नहीं
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि 70 फीसदी गांव के लोग जमकर होली खेलें। होली में हुड़दंग न करें और केमिकल वाले रंगों से परहेज करें। साथ ही विदेश से आने वाले लोगों के साथ होली न खेलें। मांसाहार भोजन से कुछ दिनों के लिए परहेज करें। उससे कोरोना का वायरस आने का ज्यादा खतरा है।

न हिन्दू खतरे में है, न मुसलमान
शाहीनबाग के प्रश्न पर बाबा ने कहा कि मजहबी, वैचारिक उन्माद के नाम पर कुछ रानीतिक लोग वैचारिक मतभेद पैदा कर रहे हैं। देश को आगे बढ़ाने के लिए सबको एकसाथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुसलमान के नाम पर लोगों को मत लड़ाओ। कुछ लोग कहते हैं कि यहां डर लगता है। उन्होंने कहा कि यह देश किसी पार्टी की नहीं है। यह देश यहां रहने वाले सभी धर्मों के लोगों का है। न हिन्दू खतरे में है, न ही इस्लाम खतरे में है। हिन्दुस्तान संविधान से चलता है। उसी से चलेगा। विचारधराओं के नाम पर जो टकराव पैदा हो रहा है, वह शाहीनबाग है।

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