जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए विवाद के बाद दीपिका पादुकोण छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने गईं थीं और इस दौरान दीपिका ने वहां घायल छात्रों से मुलाकात भी की थी। वहीं दीपिका का इस तरह जेएनयू प्रदर्शन में जाना कई लोगों को पसंद नहीं आया और उनके इस कदम पर एक के बाद एक विवाद हो रहे हैं। अब तक इस पर कई नेताओं के बयान आए और अब इसके बाद योग गुरू बाबा रामदेव ने दीपिका को सलाह दी है।

हाल ही में रामदेव ने कहा कि, दीपिका में अभिनय की दृष्टि से कुशलता होना अलग बात है लेकिन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों का ज्ञान हासिल करने के लिये उन्हें देश के बारे में और पढ़ना-समझना पड़ेगा. यह समझ हासिल करने के बाद ही उन्हें बड़े निर्णय लेने चाहिये। इसके लिए उन्हें स्वामी रामदेव जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिये। इसी के साथ रामदेव ने संशोधित नागरिकता कानून का जोरदार समर्थन करते हुए कहा, जिन लोगों को सीएए का फुल फॉर्म तक नहीं पता है, वे आज इस विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिये नहीं, बल्कि नागरिकता देने के लिये बनाया गया है फिर भी लोग आग लगाये जा रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले छपाक की निर्देशक मेघना गुलजार ने दीपिका के जेएनयू जाने के फैसले को निजी बताया था और उन्होंने दर्शकों अनुरोध किया कि ‘वे नजरिया बदलें और तेजाब हमले की शिकार लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर फिल्म बनाने के कारण को देखें। इसी के साथ मेघना ने कहा, ”हमें निजी और पेशेवर जीवन को अलग करने में सक्षम होना चाहिए। कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या करता है और पेशेवर की तरह फिल्म में क्या करता है, उसे अलग-अलग देखना चाहिए।

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