रुड़की!अंंतरराष्ट्रीय साहित्यिक संगठन हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय अध्यक्ष और पूर्व शिक्षा मन्त्री, उत्तर प्रदेश सरकार डॉ. रवींद्र शुक्ल तथा हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय महामन्त्री और भाजपा नेता डॉ. अनिल शर्मा ने देहरादून में मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उत्तराखंड के सन्दर्भ में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक विषयों पर चर्चा की। डॉ. रवींद्र शुक्ल ने मुख्यमन्त्री को बताया कि हिन्दी साहित्य भारती एक वैश्विक साहित्यिक संस्था है, जो विश्व भर में हिन्दी भाषा, हिन्दी साहित्य और हिन्दी साहित्यकारों के सम्मान में श्रीवृद्धि के लिए कार्य कर रही है। 37 देशों और देश के समस्त राज्यों में सक्रिय हिन्दी साहित्य भारती ने महामहिम राष्ट्रपति जी के नाम पत्र-लेखन के माध्यम से हिन्दी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए जनजागरण अभियान चलाया हुआ है। राष्ट्रवन्दन, अतीत का अभिनन्दन कार्यक्रम के माध्यम से दिवंगत साहित्यकारों का भावपूर्ण स्मरण किया जाता है तो दूसरी ओर राष्ट्रवन्दन, वर्तमान का अभिनन्दन कार्यक्रम के माध्यम से देश और समाज के हित में लेखन करने वाले वर्तमान साहित्यकारों का अभिनन्दन किया जाता है। राष्ट्रवन्दन कवि अभिनन्दन कार्यक्रम के माध्यम से श्रेष्ठ रचनाकारों को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करने का कार्य हिन्दी साहित्य भारती कर रही है! केन्द्रीय महामन्त्री डॉ. अनिल शर्मा ने मुख्यमन्त्री को बताया कि हिन्दी साहित्य भारती की उत्तराखंड प्रदेश इकाई, उत्तराखंड के ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक महत्त्व पर लेखन को बढ़ावा देने के लिए युवा रचनाकारों को प्रोत्साहित करने की योजना पर कार्य कर रही है। स्व. रतन सिंह जौनसारी, डॉ० पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल और चंद्रकुंवर बर्थवाल पर सराहनीय संगोष्ठियों का आयोजन किया जा चुका है। शीघ्र ही प्रदेश के गौरव शैलेष मटियानी के व्यक्तित्व, कृतित्व व उनके रचना संसार पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी कराने की योजना है। डॉ०शर्मा ने कहा प्रदेश की अद्भुत सांस्कृतिक विरासत, लोक देवी-देवताओं की मान्यता, लोक यात्राओं, पहाड़ों एवं नदियों से जुड़ी अनेक गाथाओं को देश-विदेश के जन-मानस तक लाने के लिए युवा साहित्यकारों को तत्सम्बन्धी साहित्य रचने के लिए सरकार द्वारा भी प्रोत्साहन योजनाएं बनाने की आवश्यकता है। पुराने साहित्यकारों और संस्कृतिकर्मियों को पर्याप्त सम्मान दिए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमन्त्री पुष्कर धामी ने हिन्दी साहित्य भारती के उद्देश्यों, आयामों और विश्वभर में सक्रियता की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। सीएम ने कहा कि हिन्दी साहित्य भारती उत्तराखंड के साहित्यिक और सांस्कृतिक संवर्द्धन की दृष्टि से योजनाएं बनाये, प्रदेश सरकार का पूर्ण सहयोग मिलेगा। शीघ्र ही प्रदेश सरकार और हिन्दी साहित्य भारती संयुक्त रूप से योजना बनाकर इस दिशा में कार्य करेगी।
मुख्यमन्त्री धामी ने पूर्व शिक्षा मन्त्री और हिन्दी साहित्य भारती के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रवींद्र शुक्ल का शॉल ओढ़ाकर एवं पौधा भेंटकर अभिनन्दन किया। हिन्दी साहित्य भारती की ओर से भी मुख्यमन्त्री का अभिनन्दन किया गया। इस दौरान प्रदेश मीडिया प्रभारी ठाकुर मोहित सिंह भी साथ रहे।

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