अहम कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपने पांच दिनों के प्रवास पर रांची पहुंचे आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत सूचना भवन के आईएमए सभागार में विशिष्ट लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं। वे यहां संपर्क विभाग की योजना के तहत रांची के प्रमुख लोगों से मिलने पहुंचे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम स्थल आईआईएम सभागार पहुंचते ही लोगों ने उनकी जाेरदार आगवानी की है। बंद कमरे में हो रही इस बैठक में देश और राज्य के ज्वलंत समस्याओं पर मंथन हो रहा है।
बता दें कि, संघ प्रमुख ने बैठक में रांची महानगर में शाखाओं की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। एक वर्ष का समय देते हुए कहा कि अगली शिवरात्रि तक सभी बस्तियों में शाखा शुरू हो जानी चाहिए। मोहन भागवत ने शाखाओं पर समाज के लोगों को आमंत्रित करने एवं समाज के कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लेने की बात कही है।
जानकारी के अनुसार संघ प्रमुख ने कहा कि समाज के लोगों की संघ से काफी अपेक्षाएं हैं। लोग चाहते हैं कि सभी काम संघ ही करे। अब उनकी अपेक्षाओं पर खरा होने के लिए प्रयास करने होंगे। वैसे स्वयंसेवक कर भी रहे हैं। जब भी कहीं आपदा आती है, सबसे पहले स्वयंसेवक पहुंचते हैं। समाज के लोग इसमें कैसे भाग लें, इस पर विचार करना चाहिए। वही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि भारतीयता और हिंदू एक-दूसरे के पर्याय और पूरक हैं। अपने देश की संस्कृति, परंपरा और विचारों का पूरा-पूरा प्रतिनिधित्व हिंदू शब्द करता है। ऐसे में हिंदुओं की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्हें राष्ट्र के निर्माण की जिम्मेदारी लेनी होगी। देश में अच्छा या बुरा जो भी होता है, उन सबकी जिम्मेदारी हिंदुओं को लेनी होगी।