• अंडों की बिक्री में 50 से 60 फीसदी तक गिरावट आई

नई दिल्ली । महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहे देश में अब बर्ड फ्लू का दस्तक से खौफ बढ़ रहा है। दिल्ली समेत अब तक देश के 10 राज्यों में यह पैर पसार चुका है। सोमवार को दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। दिल्ली में बर्ड फ्लू का असर अंडे के कारोबार पर भी दिख रहा है। कोरोना के बाद अचानक आए इस बर्ड फ्लू ने लोगों को इस कदर डरा दिया है कि लोगों ने अंडे खाना कम कर दिया है। इसकी वजह से अंडों की सेल 50 से 60 फीसदी तक गिर गई है। रीटेल मार्केट में अंडों की डिमांड में आई इसी कमी की वजह से बाजार में अंडों के रेट भी गिर गए हैं, जिसकी वजह से अंडों के होलसेल कारोबारी बेहद परेशान हैं।
दिल्ली में बर्ड फ्लू के केसेज की पुष्टि तो सोमवार को हुई है, लेकिन अंडों की सेल तो एक हफ्ते पहले से ही गिरनी शुरू हो गई थी, जब मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि दिल्ली के पार्कों में मरे हुए पक्षी मिल रहे हैं। रही-सही कसर गाजीपुर मंडी बंद करने के सरकार के फैसले ने पूरी कर दी, जिसकी वजह से लोग और डर गए, जबकि कहीं पर भी मुर्गियों में बर्ड फ्लू होने या इसकी वजह से उनके मारे जाने की कोई घटना सामने नहीं आई थी, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की वजह से डर का जो माहौल बना, उसने अंडों की सेल पर बहुत बुरा असर डाला। नतीजन सेल 50 पर्सेंट तक गिर गई है और उसकी वजह से रेट पर भी काफी फर्क पड़ा है।
वेस्ट दिल्ली के द्वारका इलाके में पालम एग्ज एंड पॉलट्री प्रा.लि. नाम से अंडों की होलसेल कंपनी चलाने वाले दीपक वासुदेव बताते हैं कि इंडिया में इस बार बर्ड फ्लू का जो स्ट्रेन सामने आया है, उसे एच-5 एन-8 कहते हैं। यह वायरस आमतौर पर खुले माहौल में या जंगल में रहने वाले पक्षियों में पाया जाता है। आमतौर पर हर साल सर्दियों के दौरान इसकी वजह से पक्षियों की मौत होती है, लेकिन यह वायरस कभी पक्षियों या उनके अंडों से इंसानों के अंदर ट्रांसफर नहीं होता है। ये केवल पक्षियों से ही एक-दूसरे में जाता है, लेकिन चूंकि पॉलट्री में बेहद सुरक्षित और पूरी तरह से सैनिटाइज्ड वातावरण में मुर्गियां पाली जाती हैं और वहां बाहर से पक्षियों के आने की आशंका न के बराबर रहती है, इसलिए पॉलट्री में इसके फैलने के चांसेज भी बहुत कम रहते हैं। ऊपर से भारत में अंडों को खाने के लिए जिस तरह की कुकिंग टेक्नीक्स का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें हर प्रकार के वायरस कुकिंग के दौरान ही पूरी तरह खत्म हो जाते हैं।
बर्ड फ्लू को लेकर गाजियाबाद के लोगों को राहत मिली है। जिला पशुपालन विभाग ने 114 पक्षियों का सैंपल लेकर बरेली जांच के लिए भेजा था, इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिला पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर महेश कुमार ने बताया कि 114 सैंपल की रिपोर्ट जरूर निगेटिव आई है, लेकिन सख्ती जारी रहेगी। टीम को पूरी तरह से अलर्ट किया गया है। जिले में केवल 3 बड़े पोल्ट्री फार्म हैं। 2 मुरादनगर और एक मोदीनगर में है। इस पर रेगुलर निगरानी रखने के लिए टीम लगा दी गई है। साथ ही जिले में जितने अन्य छोटे और बड़े पोल्ट्री फार्म हैं, उनकी सूची तैयार की जा रही है। फील्ड के सभी डॉक्टर को इसके लिए पत्र जारी कर दिया गया है। एक से 2 दिन के भीतर इसकी सूची तैयार हो जाएगी। फिर डेली रुटीन के हिसाब से इन पर नजर रखी जाएगी।

Previous article12 जनवरी 2021
Next articleकृषि कानूनों पर आज आ सकता है शीर्ष कोर्ट का अहम फैसला, केंद्र ने दाखिल किया हलफनामा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here