ठीक सात वर्ष पूर्व जनवरी 2013 में राजस्थान से राहुल गांधी को सियासी मैदान में उतारा गया था, उस वक़्त जयपुर की कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया था। लोकसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था, किन्तु अब एक साल के बाद दोबारा से राहुल गांधी को कांग्रेस की बागडौर सौंपने की मांग राजस्थान से ही लगातार उठायी जा रही है।
राहुल गांधी को कांग्रेस प्रमुख बनाने की लॉबिंग राजस्थान कांग्रेस के नेताओं द्वारा की जा रही है। पहले मंगलवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की मीटिंग में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपने की मांग उठाई। गहलोत की इस मांग का यूथ कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास ने समर्थन किया है। वहीं, अब राजस्थान के डिप्टी सीएम व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की है।
सचिन पायलट ने गुरुवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि राहुल गांधी से हम सब की मांग है कि वह पुनः पार्टी की जिम्मेदारी संभाले। राहुल को दोबारा से पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बकायादा प्रस्ताव भी पारित किया है। पायलट ने कहा कि देश में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की दिली इच्छा है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान फिर से संभालें। पिछले कार्यकाल में भी उन्होंने पार्टी को मजबूत करने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए थे। एक बार उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पार्टी में नए जोश और उत्साह का संचार होगा।