रात के 12 बजते ही शहर के सभी चर्च में घंटे बजने लगे। रंग-बिरंगी रोशनी से नहाए चर्च में बड़ी संख्या में अनुयायियों ने पहुंचकर प्रार्थना सभाओं में हिस्सा लिया। बुधवार को यीशु के जन्म अवसर पर शहर के सभी गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा, रैली और उनके जीवन से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। शहर के सेंट जॉन्स चर्च, सेंट फ्रांसिस चर्च, मॉरीसन मेमोरियल चर्च, सेंट्रल मैथोडिस्ट चर्च, सेंट थॉमस चर्च में शाम से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रभु यीशु के जन्मदिवस के लिए गिरजाघरों को रंगीन रोशनी, झालरों और सजावटी चित्रों से सजाया गया है।
जहां बुधवार यानी 25 दिसंबर 2019 को क्रिसमस डे के मद्देनजर पुलिस ने बीते मंगलवार शाम से ही गिरजाघरों की सुरक्षा बढ़ा दी। देर रात से यहां श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। इसी के मद्देनजर एसपी सिटी श्वेता चौबे ने चर्च पहुंचकर वहां के सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। इसके अलावा शहर के तमाम चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस ने क्रिसमस डे पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हुए हैं। मंगलवार शाम ही शहर क्षेत्र के ओमकार रोड, नेशविला रोड, सीएनआई, कांवेंट रोड, ओल्ड मसूरी रोड, लाडपुर, नेहरू ग्राम, मसीह मंडली और सेंट फॉल चर्च पर पुलिस की तैनाती कर दी गई।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने क्रिसमस पर्व पर मंगलवार को प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ईसा मसीह का जीवन व त्याग, समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। उनके दिखाए प्रेम व त्याग के मार्ग को अपनाकर मनुष्य अपने जीवन को सार्थक बना सकता है। प्रदेश में सभी पर्वों को मिलजुल कर मनाने की परंपरा रही है। ईसा मसीह के सिद्धांतों एवं उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर समाज में समरसता, समभाव, प्रेम एवं शांति में अपना अमूल्य योगदान दिया जाएं।