नई दिल्ली। देश में अब कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव काफी कम होता दिखने लगा है। कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है। इस बीच नीति आयोग और नेशनल कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा है कि अनलॉकिंग की प्रक्रिया शुरू हो रही है, इस दौर में भी सावधानी बेहद जरूरी है। उन्होंने आगाह किया कि किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए, नहीं तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। डॉ पॉल ने सबसे ज्यादा जोर मास्क के इस्तेमाल पर दिया।
उन्होंने बताया नेशनल सीरो सर्वे की तैयारी हो गई है और इसी महीने जल्द काम शुरू किया जाएगा। इससे पता चलेगा कि देश मे संक्रमण कहां तक पहुचा है। राज्यों को भी सीरो सर्वे करने की जरूरत है। साथ ही वायरस के म्यूटेशन पर नजर रखना बेहद जरूरी है। वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने कहा कि एक-दो दिन के भीतर आंकड़ा 25 करोड़ डोज तक पहुंचने वाला है। जिन लोगों ने पहली डोज लगवाई है, वो तय समय के मुताबिक दूसरी डोज भी लें।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सेकेंड डोज को प्रमुखता देने के लिए राज्यों से कहा गया है। केस कम होने का मतलब यह नहीं है कि वायरस चला गया है। अब तक 24।61 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं। स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर्स की पहली डोज पर अच्छा काम किया गया है, अब हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि इनको दूसरी डोज समय पर लगाई जाए। 3 मई को देश में रिकवरी रेट 81।8 फीसदी था, अब रिकवरी रेट 94।9 फीसदी हो गया है। पिछले 24 घंटों में देश में 1,34,580 रिकवरी हुई हैं। 4 मई को देश में 531 ऐसे जिले थे, जहां प्रतिदिन 100 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे थे, ऐसे जिले अब 196 रह गए हैं।

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