नई दिल्ली। चिराग पासवान ने आज वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव से मुलाकात कर बिहार में चल रही अपनी आशीर्वाद यात्रा के लिए मार्गदर्शन और आशीर्वाद लिया। चिराग पासवान अपनी मां के साथ राजधानी दिल्ली में शरद यादव से मिले। चिराग से मुलाकात के दौरान शरद यादव उनके पिता रामविलास पासवान को याद कर बेहद भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि 1974 से उनका और रामविलास पासवान का साथ रहा था और ऐसा रिश्ता राजनीतिक जीवन में कम ही देखने को मिलता है। साथ ही शरद यादव ने कहा कि, अब जनता चिराग के साथ है।  एलजेपी में टूट के बाद बिहार में चल रही अपनी आशीर्वाद यात्रा के बीच में आजकल चिराग पासवान दिल्ली में हैं। वो आज अपनी मां के साथ बीमारी से उबर रहे शरद यादव का हालचाल लेने पहुंचे। बता दें कि, शरद यादव के चिराग पासवान के पिता और एलजेपी संस्थापक रामविलास पासवान के साथ काफी घनिष्ठ संबंध थे। दोनों ही नेताओं ने अपना राजनीतिक जीवन करीब करीब एक साथ ही शुरू किया था। इस मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि शरद यादव उनके लिए पिता तुल्य हैं। चिराग के मुताबिक उनकी आशीर्वाद यात्रा को लेकर शरद यादव को पूरी जानकारी है और उसकी सफलता के लिए उनका मार्गदर्शन लेने के लिए भी वो यहां आए थे। इस मौके पर शरद यादव ने कहा कि रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद जनता चिराग पासवान के साथ है। बता दें कि, दो दिनों पहले ही ये खबर सामने आई थी कि, स्वर्गीय रामविलास पासवान और शरद यादव के सरकारी बंगले का आवंटन केंद्र सरकार के दो नए मंत्रियों के नाम पर किया गया है। जहां रामविलास पासवान के बंगले को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम पर आवंटित किया गया है। वहीं शरद यादव के बंगले को चिराग पासवान के बागी चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को दिया गया है। फिलहाल चिराग पासवान अपनी मां के साथ रामविलास पासवान वाले बंगले में ही रह रहे हैं। चिराग से जब उनके बंगले के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने उसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया। इस सवाल के बहाने अपने धुर विरोधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उनके बंगले के बजाय सरकार को उन लोगों की चिंता करनी चाहिए जो बिहार की बाढ़ में बेघर हो गए हैं।

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