ग्वालियर। राष्टीय सेवा योजना के माध्यम से छात्र व छात्राओं को
सामुदायिक सेवा का अवसर मिलता है जो छात्रों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण
विकास में सहायक होता है। यह कार्यक्रम हमें जीवन जीने की कला सिखाता है।
यह बात रविवार को मध्य भारत शिक्षा समिति द्वारा संचालित माधव विधि
महाविद्यालय की रासेयो इकाई द्वारा आयोजित सात दि संस्कार, संगति, सहयोग,
आत्मनिर्भरता को भी अपनाना चाहिए। शिविर में जनकगंज थाना प्रभारी संजीव
नयन शर्मा ने कहा कि दुनिया के कई देशों में आज भी महिलाएं अपने हक और
अधिकार की लड़ाई लड़ रही हैं। इनमें अपना देश भारत भी शामिल है। आज भी
ग्रामीण क्षेत्रों की बावसीय विशेष शिविर में शासी निकाय सदस्य प्रवीण
नेवासकर ने मुख्य अतिथि के रूप में कही। इससे पूर्व सुबह प्रभात फेरी
निकाली गई। तत्पश्चात व व्यायाम व कुष्ट उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया
गया। श्री नेवासकर ने कहा कि स्वयंसेविकाओं को जीवन में शिक्षा,लिकाओं या
फिर महिलाओं को बहुत सी कानून की जानकारी नहीं मिल पाती है। हम सबको इसका
अध्ययन जरूरी करना चाहिए। महाविद्यालय की कार्यक्रम अधिकारी डॉ नीति पांडे ने कहा कि महिलाओं के
प्रति हम सबकी सोच और नजरिए में पिछले कुछ दशकों में का सकारात्मक बदलाव
आया है। पर इन बदलावों का मतलब यह नहीं है कि पुरुष और महिलाएं बराबरी पर
पहुंच गए हैं।

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