नई दिल्ली। मानसून सत्र के शुरु होने के साथ ही शुरू हुआ सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध आज मेगलवार को भी राज्यसभा में भी जारी रहा। अलग अलग मुद्दों पर विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को सदन की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद एक घंटे दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। हंगामे से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया। बैठक शुरू होने पर सदन ने अपने पूर्व सदस्य वसीम अहमद, मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ और जाम्बिया के प्रथम राष्ट्रपति तथा संस्थापक डॉक्टर केनेथ कोंडा को श्रद्धांजलि दी गई।
आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने शून्यकाल के तहत भाजपा सदस्य सुशील कुमार मोदी का नाम पुकारा और उनसे उनका मुद्दा उठाने के लिए कहा। सुशील कुमार मोदी ने अपनी बात कहने का प्रयास किया लेकिन इसी दौरान कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शून्यकाल चलने देने का आग्रह किया। इसके बाद भी सदन में शोरगुल जारी रहने पर उन्होंने अप्रसन्नता जतायी और कहा कि सदस्यों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस हंगामे से अन्य चीजों के अलावा देशहित को भी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने रवैये पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने की अपील की, लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं बनी और उन्होंने 11 बज कर करीब दस मिनट पर बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।