मदरलैंड संवाददाता, जीरादेई (सीवान)

  • ग्रामीण महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है मास्क निर्माण कार्य
जीरादेई(सीवान) ।जीविका के तत्वाधान में हीरा जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ,जीरादेई की पहल पर  ठेपहाँ स्थित संकुल स्तरीय कार्यालय में मास्क निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया गया है।माननीया प्रखंड परियोजना प्रबंधक श्रीमती शोभा कुमारी ने बताया कि मास्क निर्माण कार्य में संकुल स्तरीय संघ की 10 जीविका दीदी नियमित रूप से सामाजिक दूरी के सभी मानकों का अक्षरशः पालन करते हुए संकुल स्तरीय केंद्र पर प्रतिदिन लगभग 6-7 घंटे कार्य कर रही हैं तथा दैनिक स्तर पर लगभग 1000 मास्क का निर्माण कर रही हैं।उन्होंने बताया कि अब तक 13000 मास्क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है एवं सरकार एवं जीविका विभाग के संयुक्त दिशा-निर्देश के तहत सबंधित जन प्रतिनिधियों, विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं आदि को उनके मांग के आधार पर मास्क उपलब्ध कराया जाना है।
वैश्विक महामारी कोविड – 19 को ध्यान में रखते हुए मास्क निर्माण का कार्य द्रुतगामी गति से प्रगति पर है।गौरतलब है कि संकुल स्तरीय संघ के सदस्या शर्मिला देवी के पति मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। परंतु वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रभाव एवं लॉक डाउन की वजह से उन्हें रोजगार मिलना बंद हो गया एवं परिवार में दो जून की रोजी-रोटी मिलना भी दुर्लभ हो गया था। अतः पारिवारिक कलह के साथ – साथ बच्चों के भविष्य को लेकर भी वो काफी उदासीन हो गई थीं। ऐसी विषम परिस्थिति में जीविका में मास्क निर्माण कार्य मिलने से स्वरोजगार के अवसर के साथ-साथ आमदनी का स्रोत भी मिल गया है एवं प्रतिदिन के हिसाब से लगभग 350 रुपये से लेकर 400 रुपये तक की स्थानीय स्तर पर ही आमदनी भी हो जाती है। जिससे कि वे अपने पारिवारिक जरूरतों एवं दायित्वों की पूर्ति भी आसानी से कर पा रही हैं। प्रेमा देवी के अनुसार ऐसे रोजगारपरक कार्य जीविका दीदियों के लिए वरदान साबित हो रहा है।शर्मिला देवी जैसी अनेकों जीविका दीदी उदाहरण के तौर पर अन्य के लिए भी  प्रेरणा की स्रोत बनी हुई हैं।
प्रखंड परियोजना प्रबंधक ने कहा कि मास्क निर्माण के अलावा भी बहुतयात जीविका दीदी सब्जी की खेती,किराना दुकान, पशुपालन,फार्चून दुकान अन्य आदि कार्यो को करते हुए जीविका परियोजना के माध्यम से सभी को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु प्रेरित भी कर रही हैं एवं स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर भारत नामक अभियान को भी सार्थक सिद्ध कर रही हैं।
उनके अनुसार ,खाद्द सुरक्षा नीति के तहत भी विभिन्न संगठनों के माध्यम से इस महामारी की घड़ी में कुल 453 परिवारों के बीच में 115.75 क्विंटल चावल , 24.25 क्विंटल दाल , 3.20 क्विंटल चीनी एवं 500 लीटर करू तेल भी उपलब्ध कराया गया है।
साथ ही ऐसे विभिन्न प्रासंगिक गतिविधियों को ससमय निष्पादित करने में जिला परियोजना प्रबंधक श्री राकेश कुमार नीरज के अलावा जिला स्तरीय प्रबंधक सूक्ष्म वित्त श्री दयानंद भारती, स्वास्थ्य एवं पोषण मो. सगीर आलम एवं सामाजिक विकास श्री आलोक मिश्रा जी के मार्गदर्शन एवं परस्पर सहयोग हेतु अपना आभार व्यक्त किया।मास्क निर्माण कार्य को तीव्र गति देने में सबंधित जीविका कर्मी ,सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदी के अलावा साधन सेवी के रूप में प्रीति कुमारी ,पुष्पा कुमारी ,रंजन कुमार ,सुजाता कुमारी ,संगीता देवी ,आशा देवी ,निर्मला देवी ,रेणु कुमारी ,मीना पाण्डेय ,सुनीता कुमारी ,सीता देवी एवं अन्य जीविका दीदी भी इस मुहिम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं हैं।

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