नई दिल्ली। उत्तर प्रेदश के हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता के परिवार से मिलने जाने के क्रम में पुलिस के साथ धक्का-मुक्की का शिकार हुए राहुल गांधी ने गांधी जयंती के मौके पर सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की जयंती पर बापू को नमन किया है, मगर लगे हाथ उन्होंने इशारों-इशारों में सरकार को बताया है कि वे दुनिया में किसी से भी नहीं डरेंगे। दरअसल, राहुल गांधी की यह प्रतिक्रिया उस संदर्भ में है, जब गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस ने रोक लिया और मामला बढ़ने पर उनके साथ कथित धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद राहुल गांधी को ग्रेटर नोएडा के पास गिरफ्तार किया गया और उन पर एफआईआर दर्ज की गई। बापू की जयंती पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया और लिखा, ‘मैं दुनिया में किसी से नहीं डरूंगा मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं, मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं.’ गांधी जयंती की शुभकामनाएं। राहुल गांधी ने जो वाक्य ट्वीट किया है, वह महात्मा गांधी का कथन है। गौरतलब है कि गुरुवार को हाथरस कांड पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत हजारों कांग्रेसी सड़कों पर उतरे। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस के लिए रवाना हो रहे थे, मगर उन्हें पुलिस ने रोक लिया। इसके बाद राहुल गांधी पैदल ही निकल पड़े, मगर बाद में पुलिस ने फिर रोक लिया। नौबत धक्का-मुक्की की आ गई, जिसमें राहुल गांधी गिर गए। इसके बाद राहुल गांधी समेत कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद राहुल गांधी, प्रियंका और अन्य 150 नेताओं को निजी मुचलका जमा करने पर उन्हें छोड़ दिया गया। यमुना एक्सप्रेसवे पर बहुत विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी को रोकने के लिए उनके साथ कथित रूप से धक्का-मुक्की की, जिस कारण वह जमीन पर गिर गए। हाथरस कांड को लेकर जगह जगह प्रदर्शन हुए। उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि यह युवती बलात्कार की पीड़िता नहीं थी। इसके अलावा, गोतम बुद्ध नगर में राहुल गांधी समेत करीब डेढ़ सौ से अधिक कांग्रेसियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन किये गये।