कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर बनी कंफ्यूजन के बीच पार्टी के सीनियर नेता अजय माकन ने कहा है कि यह राहुल गांधी के फिर से पार्टी की कमान संभालने का ठीक वक्त है। माकन ने कहा कि राहुल पार्टी के भीतर सबसे ज्यादा स्वीकार्य नेता हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री माकन ने इंटरव्यू में यह बात कही। वह बोले कि पार्टी के पुरानी पीढ़ी के नेताओं को युवा नेताओं के लिए धीरे-धीरे रास्ता बनाना चाहिए और अगर पार्टियां समय के साथ अपने नेतृत्व में बदलाव नहीं करतीं तो फिर लोग पार्टियां बदल देते हैं।
राहुल गांधी के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने की जोरदार पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल के अलावा पार्टी के भीतर कोई दूसरा चेहरा नहीं है जो सबको स्वीकार्य हो। माकन के मुताबिक राहुल गांधी दिल से नेक इंसान हैं और वह बीजेपी और नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपना सकते हैं तथा आम लोगों के मुद्दों को बखूबी उठा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सलाहकार की दीर्घकालिक भूमिका में होनी चाहिए क्योंकि उनके अनुभव और कांग्रेस के मामलों को देखने की उनकी विशेषज्ञता की नए अध्यक्ष को जरूरत होगी।

माकन ने कहा कि इसके लिए पार्टी के संविधान में बदलाव भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह पूरी तरह उपयुक्त समय है कि राहुल गांधी वापस आएं। मैं पूरी प्रतिबद्धता और वाजिब वजहों से ऐसा कह रहा हूं। पार्टी में ऐसा कोई दूसरा चेहरा नहीं है जो राहुल गांधी की तरफ सभी को स्वीकार्य हो।’ यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी की वापसी के लिए क्या उचित समय रहेगा तो माकन ने कहा, ‘जितना जल्दी हो, उतना बेहतर है क्योंकि इससे अनिश्चितता खत्म होगी।’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी राहुल गांधी के उस दृढ़ संकल्प और निर्भीकता से बहुत घबराते हैं जिसके साथ उन्होंने बीजेपी और आरएसएस का मुकाबला किया है। सुरजेवाला ने कहा, ‘राहुल गांधी ने पूरी तरह से अपना लोहा मनवाया है। अब समय आ गया है कि हम क्षेत्रीय नेतृत्व के तुच्छ मुद्दों से ऊपर उठें और कांग्रेस का पुननिर्माण करें। यह कहने की जरूरत नहीं है कि राहुल गांधी ही पार्टी की कमान संभालने के लिए एकमात्र विकल्प हैं।’

माकन ने कहा कि देश को एक ऐसा नेता की जरूरत है जो अच्छा भाषण देने वाला ही नहीं, बल्कि नेक इरादे वाला हो। कुछ नेताओं की संगठन की चुनाव की मांग के संदर्भ में माकन ने कहा कि सिर्फ अध्यक्ष और कार्य समिति के चुनाव से कार्यकर्ताओं को ताकत नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सामाजिक, आर्थिक मुद्दों और राष्ट्रवाद को लेकर अपनी विचारधारा को स्पष्ट रूप से सामने रखने की जरूरत है ताकि पार्टी के नेता मुख्य मुद्दों पर अलग अलग स्वर में बात नहीं करें। दिल्ली चुनाव को लेकर माकन ने दावा किया कि बीजेपी के ध्रुवीकरण के एजेंडे से आम आदमी पार्टी को मदद मिली।

Previous article9 मार्च 2020
Next articleघूम-घूमकर पैसे इकट्ठा कर बनाया शौचालय, पीएम मोदी के ट्विटर से कलावती ने शेयर की बेहद प्रेरक कहानी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here