राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद के समर्थकों ने शनिवार को राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में स्थापित किए जा रहे आइसोलेशन वार्ड को विरोध किया है।
कोरोनावायरस के संदिग्ध मामलों की जांच और परीक्षण में संक्रमित पाए गए लोगों के इलाज को लेकर झारखंड की राजधानी में स्थित रिम्स में आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया जा रहा है। इसका विरोध करते हुए लालू समर्थकों ने कहा, “अस्पताल में लालू जी भर्ती हैं, कई लोग उनसे मिलने आते हैं।
लिहाजा इस प्रकार के आइसोलेशन वार्ड को कहीं और स्थापित किया जाना चाहिए।” गौरतलब है कि पेइंग वार्ड के फर्स्ट फ्लोर पर लालू प्रसाद भर्ती हैं। जबकि राज्य सरकार के निर्देश पर रिम्स प्रबंधन की ओर से तीसरे फ्लोर पर आइसोलेशन विंग स्थिापित किया जा रहा है। विंग में 18 कमरे हैं। चीन समेत अन्य देशों से आनेवाले लोगों को यहां भर्ती कर जांच के लिए उनका ब्लड सैंपल लिया जाएगा। संक्रमण की पुष्टि होने पर मरीज का उपचार भी यहीं किया जाएगा।
इस बीच रिम्स के निदेशक दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि 20 हजार मॉस्क मंगवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सतर्कता के अलावा भ्रम व अफवाह से बचें। उन्होंने कहा, “झारखंड के पड़ोसी राज्यों में एक भी मरीज नहीं मिला है। इसलिए चिंता की बात नहीं है। इसके बावजूद हम पूरी तरह तैयार हैं। भीड़ वाले इलाके में जाने से बचें। हाथों की सफाई करें।”
स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने शुक्रवार को इस वार्ड का निरीक्षण भी किया। इस बाबत मॉक ड्रिल भी कराई गई। इसमें कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति के आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती होने की परिस्थिति में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को किस प्रकार से प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उसका उपचार करना है, इसे दर्शाया गया।