मॉस्को । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी सेना से नेतृत्व को हटाने का आह्वान किया है। पुतिन की ओर से यह बात ऐसे समय पर कही गई है जब यूक्रेन की सेना रूसी सैनिकों से टक्कर लेने की कोशिश कर रही है। रूस के हमले में अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है।
व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन की सेना से देश की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने यूक्रेन नेतृत्व को “आतंकवादी” और “नशे का सेवन करने वालों और नियो-नाज़ियों का एक गिरोह” बताया। पुतिन ने एक टेलीविजन संबोधन में यूक्रेनी सेना को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने सेना से “सत्ता अपने हाथों में लेने” का आग्रह किया। पुतिन ने राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की अगुवाई वाली सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा, “हमें ऐसा लगता है कि ड्रग एडिक्ट्स और नियो-नाज़ियों के इस गिरोह की तुलना में आपके (यूक्रेनी सेना) साथ सहमत होना हमारे लिए आसान होगा।”इससे पहले, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने आज दावा किया कि इस संघर्ष में अब तक 1000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए हैं। उन्‍होंने कहा, ‘रूस को अपने अस्तित्‍व में आने के बाद से किसी अन्‍य सशस्‍त्र संघर्ष में इतना अधिक नुकसान नहीं हुआ होगा।’
हमले के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कीव में ही डटे रहने की प्रतिज्ञा ली है क्योंकि उनके सैनिक रूसी आक्रमणकारियों से लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने एक वीडियो संदेश में चेताया , “दुश्मन ने मुझे नंबर वन टारगेट के रूप में चिह्नित किया है। मेरे परिवार दूसरे नंबर पर है। मैं राजधानी में ही रहूंगा। मेरा परिवार भी यूक्रेन में ही रहेगा।”
वहीं, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि यदि यूक्रेन की फौज ‘हथियार डाल’ देती है तो रूस, यूक्रेन से बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस नहीं चाहता है कि यूक्रेन पर “नियो-नाजियों” का शासन हो।

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