जमुई झाझा रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे लाइन के नीचे बने पुलिया संख्या 711के एक तरफ सरकारी नाले और रास्ते का जमीन अतिक्रमण कर लेने से नाले का पानी निकासी , रास्ते को लेकर झाझा रेलवे स्टेशन के बगल में बसे अंबेडकर नगर खलासी मुहल्ले के सैंकड़ो ग्रामीण परेशान तो है ही साथ ही पुलिया के पास जल जमाव से पुलिया के धसने टुटने का भी खतरा बना हुआ है ”
मामले को लेकर झाझा स्टेशन के बगल में बसे अंबेडकर नगर खलासी मुहल्ले के ग्रामीणों ने अधिकारियों को भी समस्या बताई साथ ही ” अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनुमंडल जमुई में भी परिवाद दायर किया ” शिकायत उपरांत अंचल अमीन के द्वारा उक्त स्थान की मापी कराई गई और जांच पड़ताल में अतिक्रमण की पुष्टि होने के बावजूद महीनों बीत गए लेकिन सरकारी जमीन नाली , रास्ते को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका इसको लेकर एक बार फिर से ग्रामीण जमुई जिलाधिकारी से मिलकर आवेदन देकर गुहार लगाने वाले है कि उक्त स्थल को जल्द से जल्द अतिक्रमण मुक्त कराया जा सके नाले के पानी का निकास सुचारू हो सके और रेल पुलिया संख्या 711 को किसी प्रकार का हानि न पहुंचे
झाझा अंबेडकर नगर खलासी मुहल्ला वार्ड नं0 6 के ग्रामीणों के अनुसार रेल पुल संख्या 711 के नीचे से सरकारी नाले का पानी का निकास रेलवे लाइन के दुसरे तरफ से होता था सरकारी जमीन एक स्थानीय दबंग के द्वारा अतिक्रमण कर लिऐ जाने के कारण पुलिया के एक तरफ नाले के पानी का जमाव हो जाता है , सरकारी जमीन अतिक्रमण कर लिऐ जाने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा अधिकारियों से की गई साथ ही अनुमंडलीय लोक शिकायत में भी ग्रामीण परिवादी मुमताज अहमद के तरफ से शिकायत की गई परिवाद संख्या 537110301072100499 , शिकायत के उपरांत अंचल अमीन के द्वारा उक्त स्थान की मापी कराई गई और जांच में पाया गया की अतिक्रमण हुआ है बावजूद इसके महीनों बीत जाने पर भी अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका
यहां बता दे की रेल पुल संख्या 711 के दाहिने तरफ पहाड़ी के नीचे एक पूरा गांव लगभग 200 परिवार का झाझा का अंबेडकर नगर खलासी मुहल्ला वार्ड नं0 6 बसा है बरसात के दिनों में पहाड़ से गिरने वाला पानी और आम दिनों में सालों भर गांव का पानी का निकास इसी एक मात्र सरकारी नाले से होते हुऐ पुल के नीचे से बाऐं तरफ वार्ड नं0 5 के तरफ जाता है और वार्ड नं0 5 में ही सरकारी जमीन अतिक्रमण कर लिऐ जाने से रेल पुलिया के पास नाले के पानी का जमाव रहता है , बरसात के दिनों में तो निकासी नहीं होने के कारण गांव भी डूब जाता है और रेल पुलिया के पास भी पानी लबालब भरा रहता है