दतिया अपनी मां से झगड़ा होने के बाद एक युवक १५ किमी दूर दतिया रेलवे स्टेशन पर पहुंचा और आउटर पर पटरी पर लेटकर ट्रेन के आने का इंतजार कर रहा था। जानकारी मिलने पर डायल-१०० पहुंची और युवक को बचा लिया। पांच मिनट बाद ही ट्रेन गुजर गई। अगर डायल-१०० पांच मिनट लेट होती तो शायद युवक मरा हुआ मिलता। डायल-१०० ने युवक को जीआरपी के सुपुर्द किया।
जानकारी के अनुसार ग्राम बुधेड़ा निवासी राहुल (२४) पत्नी स्व. दशरथ झा का अपनी मां से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि राहुल ने आत्महत्या करने की सोच ली और रात ८ बजे वह गांव से दतिया आया और रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया। रेलवे स्टेशन पर लोगों की चहल पहल होने के चलते वह आउटर पर गया और वहां पटरी पर लेटकर ट्रेन का इंतजार कर रहा था। तभी किसी की नजर उस पर पड़ गई और उसने डायल-१०० को सूचना दे दी। झांसी चुंगी के नीचे खड़ी होने वाली डायल-१०० पांच मिनट से पहले ही वहां पहुंच गई और जीआरपी को भी अवगत कराया पायलट मजीद खान और रामकुमार शर्मा ने बिना देरी किए आउटर पर पहुंचकर युवक को पटरी से उठाया और एक तरफ ले जाकर पूछताछ की। युवक ने बताया कि उसका अपनी मां से विवाद हो गया था। जीआरपी ने युवक को समझाइश देकर घर के लिए रवाना कर दिया।