नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस साल जनवरी महीने में राजधानी दिल्ली में इजराइल दूतावास बाहर हुए बम धमाके के मामले में लद्दाख के चार छात्रों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि छात्रों को करगिल में गिरफ्तार किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया है। चार गिरफ्तार छात्रों की पहचान नाजिर हुसैन (26), जुल्फिकार अली वजीर (25), अयाज हुसैन (28) और मुजम्मिल हुसैन (25) के तौर पर की गई है। अधिकारियों ने बताया कि ये सभी छात्र लद्दाख के कारगिल जिले के थांग गांव के निवासी हैं। लुटियन दिल्ली में 29 जनवरी को इजराइली दूतावास के बाहर हल्की तीव्रता का एक आईईडी विस्फोट हुआ था। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। यहां एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग पर स्थित दूतावास से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुए विस्फोट में कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचा था। राजधानी का यह इलाका उच्च सुरक्षा वाला है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) चिन्मॉय बिस्वाल के हवाले से जारी बयान में कहा गया कि केंद्रीय एजेंसियों और कारगिल पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने कारगिल से चार छात्रों को राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी गतिविधि की साजिश रचने के सिलसिले में हिरासत में लिया। उन्होंने बताया कि इन आरोपी छात्रों को रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने धमाके के पीछे साजिश का मामला दर्ज किया है। इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस टीम ने दूतावास के आसपास लगे 100 सीसीटीवी कैमारों के फुटेज खंगाले। इनमें से एक फुटेज में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो लोगों को विस्फोट से पहले वहां से गुजरते देखा। दोनों ने अपना चेहरा ढक रखा था और उनमें से एक ने जैकेट पहनी हुई थी, जिसके हाथ में बैग था। गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच दो फरवरी को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपी थी। हाल में एनआईए ने सीसीटीवी फुटेज में दिखे दो लोगों की पहचान करने वाले को 10-10 लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी।