अविनाश भगत : मोदी सरकार के अहम फैसले के बाद लद्दाख अब एक संघ शासित प्रदेश बन गया है। लेकिन इसके सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी हैं। जिनमें एक लद्दाख यूटी का अपना पुलिस कैडर न होना भी है। जिसके लिए अब लद्दाख के पुलिस महानिरिक्षक एसएस खंडारे सम्पूर्ण पुलिस बल के लिए कवायद करने में लगे हैं। लद्दाख पुलिस को अब अपने यहां अपराध, सुरक्षा तथा यातायात करने विंग खडे करने हैं, जिसके लिए पुलिस पर्याप्त व उपयुक्त जमीन की तलाश में हैं।

सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में पुनर्गठित करने का मोदी सरकार का फैसला
गौरतलब है कि बीते 5 अगस्त को जब केंद्र की मोदी सरकार ने संसद में भारी बहुमत से सूबा-ए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व अनुच्छेद 35ए को हटाने के साथ साथ सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में पुनर्गठित करने का भी फैसला लिया था। जोकि संघ शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के रूप में बने। सरकार के इस फैसले को गत 31 अक्तूबर को अमल में लाया गया। उसी दिन इन दोनों संघ शासित प्रदेशों के लिए क्रमशः गिरीश चंद्र मुर्मू तथा आरके माथुर को उपराज्यपाल बनाया गया।

अगली तैनाती का अंतिम फैसला शासन का होगा…
पंरतु इस बीच सूबे का वजूद रहते हुए तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक की अगुवाई वाली राज्य प्रशासनिक परिषद् ने सूबे के सरकारी अफसरों व कर्मचारियों से लिखित तौर पर उनकी इच्छा पूछी की वह उक्त दोनों संघ शासित प्रदेशों में से कहां काम करना चाहेगें। इसमें यह भी कहा गया कि अगली तैनाती का अंतिम फैसला शासन को ही करना है। स्वेच्छा से लद्दाख जाने वालों को एक पदोन्नति भी दी जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि शासन को लद्दाख में नौकरी के इच्छुक अफसरों व कर्मचारियों के आशानुरूप जवाब नहीं मिले। जिससे अब विशेषकर पुलिस विभाग ने संगठन खडा करने की संकट जैसी स्थिति बन गई।

लद्दाख के लिए पुलिसबल तैयार
सूत्रों का कहना है कि लद्दाख के लेह में तैनात पुलिस महानिरिक्षक एसएस खंडारे इस समस्या का हल जल्द से जल्द करने में जुटे हैं। हालांकि जिला स्तर पर कारगिल व लेह में पुलिस कार्यालय पहले से बने हुए हैं। लेकिन फिर भी यूटी बनने के बाद अब लद्दाख के लिए भी एक पर्याप्त एवं मजबूत संगठन की जरूरत है। बताया गया कि इस बावत लेह व कारगिल की पर्वतीय विकास परिषदों को मद्द तथा उचित स्थान के लिए अनुरोध किया गया है। ताकि समय रहते संघ शासित प्रदेश लद्दाख के लिए पर्याप्त एवं सुचारू पुलिसबल तैयार हो सके।

 

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