भारत में कोरोना प्रसार को रोकने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे है। वही, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा गया है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में उनकी कोरोना जांच की जाएगी। दरअसल, रांची निवासी 75 वर्षीय एक साधु कोरोना संक्रमित पाया गया, जिसका इलाज राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) के डॉ उमेश प्रसाद कर रहे थे। डॉ उमेश प्रसाद चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद का भी इलाज कर रहे हैं। इस कारण उन पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। साधु की सोमवार को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, जिसके बाद उसे कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। एक महीने से इलाज करा रहे बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सबकी जान सांसत में आ गई है।

बता दे कि लालू का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद के वार्ड में संक्रमित मिलने से डॉक्टर पर भी कोरोना की चपेट में आने का खतरा है। डॉ उमेश प्रसाद रोजाना लालू की जांच करने पेइंग वार्ड में आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर संक्रमण का दायरा बड़ा हुआ तो स्थिति गंभीर हो सकती है।

अपने बयान में डॉ प्रसाद ने बताया है कि उन्होंने 22 अप्रैल से वार्ड का चार्ज लिया था। इस दौरान उन्होंने संक्रमित बुजुर्ग का इलाज किया था। डॉक्टर ने कहा कि वह पिछले दो दिनों से राजद सुप्रीमो के पास नहीं गए हैं। दूसरी तरफ, साधु के कोरोना संक्रमित होने पर यूनिट के सभी डॉक्टरों के नमूने लिए गए हैं। साथ ही वार्ड को सैनिटाइज किया गया है। अब सबके नमूनों की रिपोर्ट आना बाकी है। रिम्स प्रशासन मंगलवार को यह निर्णय ले सकता है कि लालू की जांच होगी या नहीं। इस संबंध में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से बात की जाएगी। उसके बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचा जाएगा।

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