नई दिल्ली। अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे के पास बम धमाकों ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। देश छोड़ने की कोशिश में जुटे लोगों के अलावा उनकी मदद करने वाले बचावकर्मी भी हताहत हुए। लोगों के मन में तालिबान का इतना खौफ है कि हवाई अड्डे के बाहर जहां एक दिन पहले लाशें बिछी थीं, शुक्रवार को वहां फिर बेइंतहा बदहवास भीड़ जुटी। काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर गुरुवार शाम दिल कंपा देने वाला मंजर था। सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद घायल इलाज के लिए तड़प रहे थे। नाले में कई लाशें बिछी थीं। मगर शुक्रवार को देश छोड़ने के लिए फिर उतनी ही तादाद में लोग जमा हुए। काबुल के निवासियों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से कई विमान उड़ान भर चुके हैं। वायरल हो रहे वीडियो में हवाई अड्डे के बाहर पहले जितनी ही भीड़ दिखी। लोग तालिबान से इतने ज्यादा भयभीत हैं कि वे हर हाल में देश छोड़ना चाहते हैं। उन्हें न ब्लास्ट की फिक्र है और न ही अपने जान की। काबुल से प्रस्थान करने वाले विमानों की आवाज और गूंजती प्रार्थना के बीच, हवाई अड्डे के बाहर व्याकुल भीड़ दिखी। एक जगह हवाई अड्डे से करीब 500 मीटर की दूरी पर भारी हथियारों के साथ तालिबान के दर्जनों सदस्य किसी को भी आगे बढ़ने से रोक रहे थे। धमाके वाली जगह पर हजारों की संख्या में लोग किसी भी तरह अपने कागजात प्रमाणित कराने में जुटे थे ताकि वे तालिबानी साये से दूर जा पाएं। अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी के अभियान की निगरानी कर रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी का दावा किया कि काबुल हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक लोगों को लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल किए जा रहे हैं। करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं।

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