केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बेहद जरूरी है। लोगों को चाहिए कि वह बाहर ही नहीं बल्कि अपने घर के अन्दर रहकर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। किसी भी वैक्सिन से ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग ज्यादा कारगर है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर केन्द्र सरकार काफी गंभीर है और इसके लिए वह निरन्तर दूसरे राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से सम्पर्क में रहकर उनसे फीडबैक ले रहे है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रविवार को बाढ़सा एम्स सेंटर में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। यहां स्वास्थ्य मंत्री एम्स में कार्यरत स्टॉफ से मौजूदा स्थिति को लेकर बातचीत की और व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। मेडिकल स्टॉफ की मीटिंग लेने के बाद डा.हर्षवर्धन एम्स विश्राम सदन भी पहुंचे, जहां पर कोरोना से पीडि़त मरीजों को एक सैल बनाकर आइसोलेट किया गया था। इस दौरान उन्होंने वीडियो कॉल के जरिये कोरोना से पीडि़त दो मरीजों से बातचीत की और उन्हें मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं की जानकारी भी लेकर उनका स्वास्थ्य जल्द ही ठीक होने की कामना की। बाद में मीडिया के रूबरू हुए केन्द्रीय मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि वह यहां बाढ़सा एम्स में व्यवस्थाओं का जायजा लेने आए थे और वह यहां की मेडिकल सुविधाओं से संतुष्ट हैं। वर्तमान में बाढ़सा एम्स के अन्दर 162 मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा के समय लोगों को जल्द से जल्द इलाज मुहैया कराया जा सके इसी के चलते बाढ़सा एम्स में 310 मरीजों के लिए आधुनिक सुविधाओं का इंतजाम किया गया है।

उन्होंने इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की अपील पर रविवार की रात 9 बजे 9 मिनट तक देश की जनता से दीए, मोमबत्ती, मोबाइल फ्लैश व टॉर्च आदि जलाने की बात कही। इस मौके पर एम्स के डॉ. एंजल व मेडिकल स्टॉफ भी मौजूद रहा।

 

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