मदरलैंड संवाददाता, 

हसनपुरा(सीवान) ।लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के पुणे शहर पिछले डेढ़ माह से रहस्यमय परिस्थिति में गायब इंजीनियर सुहैल खान (28) की सकुशल घर वापसी को ले परिजन उसका इन्तेजार कर रहे थे। सुहैल तो नही आया परन्तु रविवार देर संध्या पुणे के आलंदी, पिंपरी थाने के इंस्पेक्टर रविन्द्र चौधरी का फोन एमएचनगर थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार को आया। जिसमे उन्होंने बताया कि लापता इंजीनियर के एटीएम, आई कार्ड व लाइब्रेरी कार्ड के साथ कुछ कंकाल प्राप्त हुआ है। पुणे पुलिस द्वारा कंकाल की सूचना मिलते ही एमएचनगर थानाध्यक्ष सेमरी गांव पहुच सुहैल के परिजनों से मिल स्थिति से अवगत कराया। कंकाल की सूचना मिलते ही परिजनों समेत पूरा गांव सन्न रह गया। इकलौते पुत्र के कंकाल मिलने की सूचना पर सुहैल के बूढ़े पिता नेयाज अहमद खान व लकवाग्रस्त अम्मा अफसाना खातून फफक पड़े। आस-पड़ोस के लोग परिवार को ढांढस बंधाने में लगे हुये है।विदित हो कि एमएचनगर थानाक्षेत्र के सेमरी निवासी किसान पिता नेयाज अहमद खान ने अपने बुढ़ापे के सहारे एकलौते पुत्र सुहैल खान को बेहतर तालीम दे इंजीनियर बनाया। पिता के भरोसे पर खरा उतरते हुये सुहैल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर महाराष्ट्र के पूना शहर में स्थित बडोवा इलेक्ट्रिकल ट्रेडिंग कंपनी में नौकरी करने लगा। कोरोना महामारी को ले पूरे देश मे 23 मार्च से लॉकडाउन लग गया। कंपनी बंद हो गई। सुहैल पूना में ही फंस गया। विगत 03 मई को उसने अपने मोबाइल से घर वालो से बात की। परन्तु 04 मई को उसका मोबाइल बंद आने लगा। अनिष्ट की आशंका में घरवालों ने मोबाइल से खोजबीन शुरू की। उसके रूम पार्टनर के मोबाइल 07817698863 पर सम्पर्क करने पर उसने बताया कि 04 मई को घर जाने को ले सहारा सिटी फार्म  भरने गया था। तब से नही लौटा। हमलोग उसे ढूंढ रहे है। परंतु कोई पता नही लग पा रहा है। अपने पुत्र की सकुशल घर वापसी को ले बूढ़े पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री महाराष्ट्रा, डीजीपी महाराष्ट्रा, कमिश्नर ऑफ पुलिस पुणे, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व डीजीपी बिहार से गुहार लगाई थी। इस बाबत थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि आलंदी, पिंपरी, पुणे महाराष्ट्र के पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा मोबाइल पर सूचना मिली कि लापता इंजीनियर सुहैल के वीसा कार्ड, लाइब्रेरी कार्ड, राजीव गांधी यूनिवर्सिटी भोपाल का आईकार्ड के साथ कुछ कंकाल मिला है। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। परिजनों को ढांढस बंधाते हुये उन्हें पुणे पहुच प्रशासन के साथ सहयोग करने की बात की। वहीं परिजनों बताया कि 04 मई को सुबह 8:49 बजे सुहैल द्वारा अपने बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम कार्ड द्वारा पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से 500 सौ रुपये का ट्रांजक्शन किया गया है।
Previous articleकोरोना त्रासदी के बीच सवा दो माह से पके भोजन के नियमित व निःशुल्क वितरण का बना रिकार्ड: गरिमा
Next articleबिहार राज्य आशा संघ एटक ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here