मदरलैंड संवाददाता,
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो प्रवासी मजदूर क्वॉरेंटाइन सेंटर में अवस्थित हैं उन्हें सरकार के निर्णय के अनुरूप यात्रा किराए में व्यय की गई राशि एवं ₹500 अथवा न्यूनतम ₹1000 उनके खाते में हस्तांतरित करने के लिए अग्रिम तैयारी कर लें, ताकि क्वॉरेंटाइन अवधि समाप्त होते ही उन्हें सहायता राशि मिल सके।
उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया की ट्रेन के माध्यम से बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द लाने की व्यवस्था की जाए क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसी जगह से आ रहे हैं जहां कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है, ऐसे प्रवासी मजदूरों को लाने में और विलंब होने से संक्रमण का खतरा और बढ़ेगा।
नीतीश कुमार ने निर्देश देते हुए कहा क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर समुचित व्यवस्था रखी जाए ताकि क्वॉरेंटाइन केंद्रों में आवासित प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि आने वाले प्रवासी मजदूर भी क्वॉरेंटाइन केंद्रों में अनुशासन बनाए रखें, जिला प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि कोरेंटाईन अवधि में नियमों का पालन करें स्वयं को अपने परिवार को एवं पूरे समाज को सुरक्षित रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने पैदल आ रहे हैं लोगों के लिए कहा प्रवासी मजदूरों को लाने की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है, लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है। स्टेशन पर एवं सीमा पर पहुंचे लोगों को बसों एवं ट्रेन के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। अतः गंतव्य स्थल तक जाने के लिए लोग पैदल मत चले, ऐसे लोगों द्वारा नजदीकी थाने या प्रखंड में सूचना देने पर उन्हें वाहनों के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्राम पंचायतों द्वारा सभी ग्रामीण परिवारों को मास्क एवं साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मास्क का सभी लोग जरूर प्रयोग करें यह कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उपयोगी है।