कानपुर। उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के पहले चरण के अंतर्गत कानपुर जनपद में भी मतदान जारी है। पिछले साल मुड़भेड़ में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के गांव बिकरू का भी नजारा इस बार चुनाव में बदला हुआ है। शिवराजपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इस गांव में भी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। सुबह 7:00 बजे से वोटिंग शुरू हो गई थी जो अनवरत जारी है। बिकारू गांव में 25 साल बाद यहां मतदान हो रहा है। इससे पहले विकास दुबे अपने परिवार के लोगों या चहेतों को लड़ाता था और उसका प्रत्याशी निर्विरोध जीतता था। प्रधान की घोषणा विकास दुबे ही कर देता था, चुनाव तो खानापूर्ति ही महज होते थे। लेकिन, इस बार 25 साल बाद प्रधान पद के लिए 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। डेढ़ हजार आबादी वाली इस पंचायत में गांव में लगे बैनर पोस्टर विकास दुबे की दहशत से आजादी का अहसास दिला रहे हैं। अब 25 साल के बाद पंचायत चुनाव में ग्रामीण जमकर वोट डालने के लिए घरों से बाहर निकले हैं। प्रत्याशी खुलकर चुनाव लड़ रहे है। पूरे इलाके में लोकतंत्र का परचम लहरा रहा है। बता दें कि कुख्यात सरगना विकास दुबे 1995 में पहली बार अपने रुतबे की दम पर प्रधान बना था। जिसके बाद बिकरू समेत आसपास के इलाकों में विकास और उसके साथियों की दहशत के साए में ही चुनाव होते थे। विरोध करने वाले प्रत्याशियों को धनबल के जरिए दबा दिया जाता था। इस बार आरक्षित सीट पर 11 उम्मीदवारों ने निर्भीक होकर पर्चा भरा है।यह गांव मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे के कारण पूरे देश में चर्चित हो गया था। विकास दुबे ने रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए सीओ समेत कई पुलिसवालों को मौत के घाट उतार दिया था और फरार हो गया था।