जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के विद्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन ने सरकार को झुकने पर विवश कर दिया। जेएनयू कार्यकारी समिति ने हॉस्टल फीस और अन्य शर्तों में प्रमुख रोल-बैक का ऐलान किया है। इसके साथ ही गरीब छात्रों को आर्थिक मदद देने के लिए एक योजना प्रस्तावित की गई है। इसकी जानकारी एचआरडी मिनिस्ट्री ने ट्वीट करते हुए दी है।

प्रशासन के गले की हड्डी बना जेएनयू
छात्र राजनीति का गढ़ माने जाने वाले जेएनयू में एक बार फिर हंगामा मचा हुआ है। हंगामे की जड़ में है विवि प्रशासन द्वारा जारी किया गया ‘हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल’, जिसे यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी अपनी शान-ओ-सहूलियतों के खिलाफ समझ रहे है। नए हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल का जिन्न इस कदर जेएनयू प्रशासन के गले की हड्डी बन जाएगा, कल तक जेएनयू की चार-दीवारी में किसी ने भी इस बात की कल्पना नहीं की थी।

मदों में फीस वृद्धि
नए हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल में कई पाबंदियां और तमाम मदों में फीस वृद्धि की गई हैं। इस मामले पर सोमवार को भी विद्यार्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों के गुस्से को देखते हुए यूनिवर्सिटी के चारों ओर केंद्रीय सुरक्षा बल और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात कर इलाके को छावनी में बदल दिया गया है। इसके बाद भी प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।

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