करीब दो माह से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। आयोजक इसमें फिर से जान फूंकने में जुटे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार जब तक सीएए को वापस नहीं लेगी तब तक वह प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। शाहीन बाग प्रदर्शन की वजह से कालिंदी कुंज-नोएडा मार्ग पूरी तरह से बंद है। इससे दिल्ली, नोएडा फरीदाबाद जाने आने वाले करीब बीस लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी जिद पर अड़े हैं। उन्हें लाखों लोगों को हो रही मुसीबत के बजाय इस बात की चिंता है कि शाहीन बाग को फिर से गुलजार कैसे किया जाये।

कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान
बता दें कि, धरनास्थल के आसपास करीब 100 शोरूम हैं। जहां रोज करोड़ों का कारोबार होता था ऐसे में कारोबारियों को अब तक कई करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। नाम न छापने की शर्त कई कारोबारियों ने बताया कि उन्हें काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन प्रदर्शन का विरोध नहीं कर सकते। अगर हम अपनी बात रखते भी हैं तो प्रदर्शनकारी हमें कौम का गद्दार कहने लगते हैं। ऐसे में नुकसान बर्दाश्त करना ही विकल्प है क्योंकि हमें इन्ही लोगों के बीच में रहना है।

डीटीसी की बस सेवा बंद
इस प्रदर्शन की वजह से जामिया मिल्लिया और शाहीन बाग को जोड़ने वाले मार्ग पर डीटीसी की बस सेवा बंद हो गई है। बस सेवा बंद होने के कारण लोगों को ई-रिक्शा और ऑटो से सफर करना पड़ रहा है। इसका फायदा उठाते हुए ई-रिक्शा चालकों ने किराया दोगुना तक बढ़ा दिया है। जहां पहले शाहीन बाग से अबुल फजल एन्क्लेव तक किराया 5 रुपये था वहीं अब लोगों को 10 से 15 रुपये देने पड़ रहे हैं। वहीं, शाहीन बाग की ठोकर संख्या नौ से जामिया मिल्लिया विवि तक ई-रिक्शा का किराया 20 रुपये तक हो गया है।

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