केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल को निर्देश दिया है कि वह पाकिस्तान और बांग्लादेश से जुड़ी देश की सीमाओं, खास तौर से जहां कटीली बाड़ नहीं हैं, पर निगरानी बढ़ाए और सुनिश्चित करे कि वहां से कोई आवागमन ना हो। मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि मंत्री ने बृहस्पतिवार को दोनों सीमाओं पर सुरक्षा की समीक्षा की और बीएसएफ को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि इन सीमाओं से किसी प्रकार का आवागमन ना हो। श्रीवास्तव कोरोना वायरस के मद्देनजर 25 मार्च से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी प्रेस को दे रही थीं।
उन्होंने बताया कि गृहमंत्री ने बलों को निर्देश दिया है कि वे सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों को कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में जागरुक करें और इससे बचाव के उपाए बताएं। उन्होंने बताया कि मंत्री ने बीएसएफ से कहा है कि वह जिला प्रशासनों के साथ मिलकर सुनिश्चित करे कि कोई गलती से भी सीमाओं पर लगी बाड़ को पार ना करे। श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा मंत्रालय को मुहैया कराए गए आंकड़ों के अनुसार, देश भर में कुल 37,978 राहत शिविर या आश्रय गृह चलाए जा रहे हैं जहां 14.3 लाख कामगारों और प्रवासियों ने शरण ली है। उन्होंने कहा कि कुल 26,225 रसोई चल रही है जिनकी मदद से एक करोड़ से ज्यादा लोगों को भोजन कराया जा रहा है। श्रीवास्तव ने कहा कि यह भी जानकारी मिली है कि 16.5 लाख कामगारों को उनके नियोक्ता ही आश्रय तथा भोजन मुहैया करा रहे हैं। देश में लागू लॉकडाउन के संबंध में बात करते हुए श्रीवास्तव ने बताया कि देश में लॉकडाउन प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है और शहरी स्थानीय निकायों ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए अपने प्रयास सघन कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि गृहमंत्रालय ने फिर से राज्य सरकारों को पत्र लिखकर लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने को कहा है।