विश्विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के शिक्षकों छात्रों और अभिभावकों से 21 दिन तक घर से बिल्कुल बाहर न निकलने की अपील करते हुए कोरोना वायरस को लेकर घोषित ‘लॉकडाउन’ को सफल बनाने का आह्वान किया है। आयोग के अध्यक्ष धर्मेंद्र पाल सिंह ने कहा है, “देश एक भयावह संकट काल से जूझ रहा है। ऐसे समय में आइए हम सब मिलकर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किए गए आवाहन का पूर्णत: समर्थन करें।” ये 21 दिन का ‘लॉकडाउन’ हमारी सुरक्षा और बेहतर भविष्य के लिए है।

उन्होंने कहा कि इस अवधि में हमें एक दूसरे के साथ मिलकर खड़े होना है और परेशान नहीं होना है। उन्होंने कहा, “संपूर्ण शिक्षा जगत से मेरा निवेदन है कि आप घर पर ही रहें, सुरक्षित रहें और समाज के लिये उदाहरण प्रस्तुत करें।” इस महामारी का सम्पूर्ण राष्ट्र एकजुट होकर मुक़ाबला करे। सभी शैक्षिक संस्थान, शिक्षक और विद्यार्थी इसमें सराहनीय भूमिका निभाए। इस बीच, मानव संसाधन विकास मंत्रालय और उसे जुड़े सभी स्वायत्त संस्थान 21 दिन तक बन्द रहेंगे। विभाग प्रमुख एवं वित्तीय अधिकारी सभी कर्मचारियों को वेतन पेंशन मिलने को सुनिश्चित करेंगे।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी और राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय अपनी परीक्षाओं को फिर से निर्धारित करेंगे। एनसीआरटी अपना वैकल्पिक अकादमिक कलेंडर बनाएंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है जिसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस दौरान शिक्षा जगत से जुड़े सभी कर्मचारी अपने घर से काम करेंगे।

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