नई दिल्ली । शेयर बाजार में जोरदार तेजी से गोल्ड ईटीएफ पर असर पड़ा है। निवेशकों का आकर्षण इक्विटी में लौटने से लगातार आठ महीने निवेश के बाद पहली बार नवंबर में निकासी दर्ज की गई है। भारतीय म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (एम्फी) के आंकड़ों से पता चला है कि पिछले महीने नवंबर में गोल्ड ईटीएफ से 141.09 करोड़ रुपए की निकासी हुई। विशेषज्ञों के अनुसार सोने के की कीमत में गिरावट के बाद निवेशकों ने यह कदम उठाया है। एमसीएक्स पर सोने की कीमत नवंबर महीने में करीब छह फीसदी गिरी है। आगे भी गिरावट की आशंका है। इससे भी निवेशकों का रुझान घटा है। इसके साथ ही आर्थिक गतिविधियां बढ़ने, शेयर बाजारों में तेजी, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के साथ अनिश्चितता खत्म होने तथा कोरोना वायरस टीके जल्द आने की उम्मीद से निवेशक जोखम ले रहे हैं और सीधे इक्विटी बाजार में निवेश कर रहे हैं। सोने को सुरक्षित निवेश का माध्यम माना जाता है और यह अन्य संपत्ति में निवेश के जोखिम से बचाव करता है। हालांकि ऐसा लगता है कि फिलहाल लोग इसमें निवेश को तरजीह नहीं दे रहे हैं। गौरतलब हे कि बता दें कि मार्च में शेयर बाजार 25,981 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। तब से अब तक यह करीब 70 फीसदी के करीब बढ़ चुका है। यही कारण है कि निवेशक अब गोल्ड ईटीएफ की जगह शेयर बाजार को तवज्जो दे रहे हैं। गोल्ड ईटीएफ म्यूचुअल फंड का ही एक प्रकार है, जो सोने में निवेश करता है। इस म्यूचुअल फंड योजना की यूनिट्स शेयर बाजार में सूचीबद्ध होती है। मार्च 2007 से देश में गोल्ड ईटीएफ की ट्रेडिंग हो रही है। गोल्ड ईटीएफ ने 1, 3 और 5 साल में क्रमश 28.98 फीसदी, 18.50 फीसदी और 12.33 फीसदी का रिटर्न दिया है।