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नई दिल्ली (एजेंसी)। जंहा पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है, वहीं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस बड़ी चुनौती को, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए आजीविका प्रदान करने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाकर एक अवसर में बदल दिया है। इस संदर्भ में, गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू कर बहुत बड़े लोक निर्माण कार्य शुरू किए गये हैं। ज़िससे वापस लौटने वाले प्रवासियों के लिए स्थानीय रोजगार सृजित कर आजीविका के अवसर प्रदान किए जा सकें और ग्रामीण नागरिकों को प्रभावित किया जा सके। यह एक समयबद्ध 125 दिनों तक चलाए जाने वाला गहन व फोकस अभियान है जिसमें 6 राज्यों में फैले 116 जिलों व 27 आकांक्षी जिले भी शामिल हैं।
इस अभियान के तहत, जल जीवन मिशन का उद्देश्य प्रत्येक ग्रामीण परिवार को घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करना है और पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्यों में कुशल, अर्ध-कुशल और प्रवासी स्वदेश लौटने वालों लोगों को शामिल करने का एक बड़ा अवसर है। राज्यों से कहा गया है कि वे इन जिलों के गांवों में काम शुरू करें ताकि इससे न केवल घरेलू स्तर पर पर्याप्त मात्रा में पानी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी बल्कि प्रवासी स्वदेश लौटने वालों लोगों को रोजगार देने में भी मदद मिलेगी। राज्यों को मौजूदा पाइप जलापूर्ति योजनाओं को बढ़ाकर या रेट्रोफिटिंग करके जल्दी किए जा सकने वाले कार्यों को प्राथमिकता देने की जरूरत है ताकि ये गांव 100 प्रतिशत एफ०एच०टी०सी० प्रदान कर ‘हर घर जल गांव’ बन सकें। मौजूदा पाइप जलापूर्ति प्रणालियों की रेट्रोफिटिंग द्वारा गरीब और हाशिए पर पड़े गांवों के शेष परिवारों को घरेलू कनेक्शन प्रदान करने की अपार संभावना हैं। चूंकि यह अभियान समयबद्ध है और विशिष्ट आउटपुट के साथ, सफल कार्यान्वयन के लिए लक्षित कार्य करने की आवश्यकता है।

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