नई दिल्ली। देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के बढ़ते मामलों ने कोरोना की दूसरी लहर में आई कमी की राहत छीन ली है। देश के लगभग 8 राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 50 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। फरीदाबाद और चंडीगढ़ में भी इसके मामले दर्ज हुए हैं। वहीं वेरिएंट के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सभी राज्य इसे रोकने के लिए जुट गए हैं। राज्य सरकारें एक बार फिर से प्रतिबंधात्मक कदम उठाने पर मजबूर हो गईं हैं।
हरियाणा के फरीदाबाद शहर में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार तैयार है। संक्रमित मरीज के संपर्क में आए 100 फीसदी लोगों का टेस्ट कराने का आदेश दिया गया है। उनके सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग भी की जाएगी। चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला मिला है। यह मरीज घर पर ही ठीक हो गया था। सरकार ने यहां सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया है। ओडिशा: में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला सामने आने के एक दिन बाद ही ओडिशा सरकार ने महामारी विशेषज्ञों की एक टीम को देवगढ़ जिले में भेजा है। स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) डॉ बिजय महापात्र ने कहा कि जिस रोगी में सार्स-कोव-2 के डेल्टा प्लस वेरिएंट का पता चला है उसकी हालत स्थिर है। उसमें सेहत संबंधी कोई जटिलता नहीं है। नागपुर: देश में कोरोना का सबसे बुरा प्रकोप झेलने वाले महाराष्ट्र सरकार को डेल्टा प्लस के बढ़ते मामले देखकर फिर से नई पाबंदियां लगानी पड़ी हैं। इसी बीच नागपुर नगर निगम (एनएमसी) ने 28 जून से शहर में लेवल-3 के तहत नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। इसके तहत आवश्यक और गैर-जरूरी सामान बेचने वाली दुकानों का दैनिक समय 4 घंटे घटाकर शाम 4 बजे तक किया जाएगा। मॉल, थिएटर और मल्टीप्लेक्स बंद रहेंगे। नागपुर के नगर निगम आयुक्त राधाकृष्णन बी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, शनिवार और रविवार को गैर-जरूरी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
राजस्थान: के चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार इसे लेकर पूरी तरह सतर्क है और संक्रमण रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। बीकानेर में इस वेरिएंट का एक मरीज मिला था, जो कि अब संक्रमण से उबर गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नए वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए बीकानेर में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया गया है। मध्यप्रदेश: मप्र में कोविड-19 के डेल्टा प्लस संस्करण के 8 मामले सामने आ चुके हैं। यहां के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इन 8 मरीजों के संपर्क में आए किसी भी व्यक्ति में इस वेरिएंट का संक्रमण नहीं मिला है। अधिकारियों के अनुसार इस साल मई में कोरोना संक्रमण से मारे गए लोगों में से 2 मरीजों में डेल्टा प्लस संक्रमण मिला है।