नई दिल्ली । भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे इनदिनों सऊदी अरब और यूएई के ऐतिहासिक दौर पर है। सऊदी अरब पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया। दरअसल सेना प्रमुख सैन्य संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए जमीन तैयार करने की खातिर खाड़ी देश की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने ‘रॉयल सऊदी लैंड फोर्सेज के कमांडर जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतीर के साथ व्यापक बातचीत की। जनरल नरवणे संयुक्त अरब अमीरात की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद रियाद पहुंचे। यह रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो खाड़ी देशों की भारतीय सेना के किसी प्रमुख की पहली यात्रा है। जनरल नरवणे ने जनरल फहद बिन अब्दुल्ला के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है और खाड़ी क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण देश है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच समग्र सामरिक संबंधों में घनिष्टता आई है। दोनों देशों के बढ़ते संबंधों के तहत सऊदी अरब ने पिछले साल भारत में पेट्रोकेमिकल, बुनियादी ढांचे और खनन सहित विभिन्न क्षेत्रों में 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की योजना की घोषणा की थी।
एक अन्य महत्वपूर्ण कदम में, पिछले साल दोनों देशों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना करने का फैसला किया था।जनरल नरवणे का सऊदी अरब के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय जाने और संस्थान में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। सऊदी अरब ऊर्जा का भी प्रमुख स्रोत है, भारत कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 18 प्रतिशत सउदी से आयात करता है।

Previous articleरामलाल को कड़कड़ाती ठंड से बचने इस्तेमाल हो रहा रजाई और ब्लोअर
Next articleपुलिस और प्रशासन की मदद से किसानों की आवाज दबा रही योगी सरकार: सपा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here