सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से पहले सबरीमाला मंदिर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मंदिर परिसर के आसपास 10 हजार पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही 16 नवंबर से मंडलम मकर विलक्कू उत्सव आरंभ हो रहा है। दो महीने तक चलने वाली इस वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए पांच स्तरीय सुरक्षा इंतज़ाम किए गए है।

सुरक्षा के पुख्ता इतंजामात
डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि इस वर्ष तीर्थयात्रा के दौरान सबरीमाला के आसपास कड़ी सुरक्षा रखी जाएगी और इसके लिए 10017 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। केरल पुलिस के एडीजीपी एस दर्वेश साहेब को इस सुरक्षा को लेकर मुख्य समन्वयक नियुक्त किया गया है। मंदिर 16 नवंबर को मंडला पूजा त्यौहार के लिए खुलेगा।

10 से 50 साल के बीच की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध
आपको बता दें कि सबरीमाला के स्वामी अयप्पा मंदिर में 10 से 50 साल के बीच की महिलाओं का प्रवेश करने पर प्रतिबन्ध था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा लिया था। इसके बाद केरल में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था और सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवारी पूरी करने के बाद आज सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाने वाली है, इसी वजह से मंदिर के आस पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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