दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मोहल्ला क्लीनिक पहले की तरह ही चालू रहेगा। एक मोहल्ला क्लीनिक डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए के जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौजपुर के मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर के संपर्क में आए 900 लोग जांच के दायरे में हैं। सभी को अपने घरों से बाहर नही निकलने के आदेश दिए गए हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर और उनकी पत्नी व बेटी को कोरोना हो गया यह दुख की बात है। यह गलतफहमी यह फैल रही है कि सभी मोहल्ला क्लीनिक बंद किए जा रहे हैं। लेकिन लोग अफवाहों पर ध्यान ना दें। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि सभी मोहल्ला क्लीनिक पहले की ही तरह जनता की सेवा में चालू रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक हम बंद नहीं कर रहे क्योंकि अगर मोहल्ला क्लीनिक बंद कर दिए तो लोगों को दूर-दूर बड़े अस्पतालों में जाना पड़ेगा। मोहल्ला क्लीनिक जारी रहेंगे लेकिन वहां पर हम पूरी एहतियात बरतेंगे। डॉक्टर्स भी पूरी तरह से एहतियात बरतेंगे। मरीजों के साथ भी पूरी एहतियात बरती जा रही है ताकि सभी डॉक्टर्स भी सुरक्षित रहें और मरीजों को भी कोई परेशानी न हो।वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन है। इस वायरस की वजह से हर किसी में दहशत है। सरकार ने लोगों को एक दूसरे से एक मीटर की दूरी बनाए रखने के आदेश दिए हुए हैं। डॉक्टर मोहल्ला क्लीनिक की खिड़कियों से ही मरीजों को देख रहे हैं। बुखार तक चेक नहीं किया जा रहा है।

बता दें कि सुभाष मोहल्ला के मोहल्ला क्लीनिक में कार्यरत एक चिकित्सक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनका इलाज पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में चल रहा है। इस वजह से दूसरे क्लीनिक के डॉक्टर भी डरे हुए हैं। ऐसे में सभी डॉक्टर फूंक-फूंककर कदम उठा रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य के साथ ही अपने के साथ किसी तरह का समझौता नहीं कर रहे हैं। जाफराबाद रोड पर कर्दमपुरी के पास बने मोहल्ला क्लीनिक पर सुबह से ही मरीजों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। आम दिनों में मरीज क्लीनिक के अंदर जाकर डॉक्टर को दिखाया करते थे, लेकिन कोरोना की वजह से मरीजों को क्लीनिक में प्रवेश नहीं मिला।डॉक्टर क्लीनिक के अंदर बैठे रहे और मरीज बाहर खड़े रहे। डॉक्टरों ने क्लीनिक की खिड़की से ही मरीजों से उनकी बीमारी के बारे में पूछा, दवाई भी मरीज के हाथ में देने की जगह एक स्थान पर रख दी गई। जहां से मरीजों ने दवाई उठाई। मरीजों ने बताया कि अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है, ऐसे में वह अस्पताल जाने में डर रहे हैं। बिना डॉक्टर के पर्चे के मेडिकल स्टोर वाले भी दवाई नहीं दे रहे हैं, इसलिए वह मोहल्ला क्लीनिक में दिखाने के लिए आए।

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