देश में कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित मुंबई में लॉक डाउन और सोशल डिस्टन्सिंग का सरे आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. बांद्रा स्टेशन के बाहर हजारों की संख्या प्रवासी मजदूर जमा हो गए हैं और अपने गृह राज्यों में जाने की मांग कर रहे हैं. इतनी बड़ी भीड़ एक साथ जमा होने के बाद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा हैं.

वहीं इस मामले पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा, बांद्रा स्टेशन पर मौजूद सभी प्रवासी मजदुर हैं और अपने अपने राज्यों में भेजे जाने की मांग कर रहे हैं. अभी तक वह रुके हुए थे लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लॉक डाउन बढ़ने के वजह से सभी स्टेशन में पहुँच गए हैं.” उन्होंने कहा, हम सभी को समझा रहे हैं, हम उनके यहाँ रुकने और खाने की पूरी व्यवस्था करने का पूरा आश्वासन दे रहे हैं.” गृहमंत्री ने बताया कि, सोशल मीडिया अफवाह फैलने के आरोप पर राज्य के अंदर 137 मामले दर्ज किया गया हैं. इसी के साथ 37 लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया हैं.”

मिली जानकरी के अनुसार बांद्रा स्टेशन के आजु बाजू रहने वाले प्रवासी मजदूरों में एक अफवाह फ़ैल गई कि सरकार  प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजने  बांद्रा स्टेशन से रेल्वे चलाने वाली हैं, जिसके बाद लोग स्टेशन के बाहर जमा हो गए। स्टेशन के बाहर पहुंचे हजारों की संख्या पहुंचे मजदूरों का कहना है कि लोक डाउन के वजह से  ना पास खाने के लिए है ना रहने का ठिकाना है. इसलिए हम सभी अपने घर जाना चाहते हैं. एक स्थान पर हजारों की संख्या में एक साथ जमा हुए लोगों ने सरकार की नाकामी सामने ला दिया हैं. इसी के साथ प्रश्न भी खड़ा हो गया हैं कि एक साथ इतने लोग यहाँ पहुंचे कैसे? इस दौरान पुलिस क्या कर रही थी.?

 

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