नई ‎दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी तरह ने हाहाकार मचाया हुआ था। हालांकि अब संक्रमण के मामले धीरे-धीरे कम हो गए हैं। मगर तीसरी लहर को लेकर चिंता बनी हुई हैं। राज्य सरकारों ने तीसरी लहर की आशंका को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका के चलते सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 2-17 साल की उम्र के बच्चों पर कोवावैक्स कोविड-19 वैक्सीन के फेज 2 और 3 के क्लिनिकल ट्रायल के लिए इजाजत मांगी थी लेकिन सरकारी पैनल ने इसके खिलाफ सिफारिश की है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरकारी पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोवावैक्स कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल पहले वयस्कों पर पूरा करने को कहा है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। एएनआई के मुताबिक सरकारी पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 2-17 साल की उम्र के बच्चों पर कोवावैक्स कोविड-19 वैक्सीन के फेज 2 और 3 के क्लिनिकल ट्रायल देने के इजाजत देने के खिलाफ सिफारिश की है। बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऐसे समय में क्लिनिकल ट्रायल के लिए ऐसे समय में आवेदन किया था जब कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। इसी के मद्देनजर बच्चों के लिए वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है। हालांकि सरकारी पैनल की सिफारिशों पर डीसीजीआई क्या फैसला करेगी। अभी इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।

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