- फर्जी कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट का खुलासा।
- मनजिंदर सिंह सिरसा सवालो के घेरे में।
नई दिल्ली, 3 जनवरी,2022 -शिरोमणि अकाली दल दिल्ली -सरना ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के अंतगर्त चल रहे फर्जी कंपनियों के सेल का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
डीएसजीएमसी के नवनियुक्त कमिटी ने गुरुद्वारा कमिटी के विभिन्न कार्यालयों पर एक के बाद एक छापेमारी की। यह कार्रवाई नवनियुक्त डीएसजीएमसी प्रधान कुलवंत सिंह बाठ, सदस्य शिअदद और हरमीत सिंह कालका, डीएसजीपीसी महासचिव के आदेश पर किया गया । जिसमे कमिटी के आधिकारिक शिक्षण संस्थान गुरु हरगोबिंद सिंह मैनजेमेंट इंस्टिट्यूट में डीएसजीपीसी सदस्यो के द्वारा स्वयं के एक रीयल स्टेट धन्धे, आईटी कंपनी, सहित कई अन्य व्यवसाय चलाए जा रहे थे।
पूरे मामले को लेकर शिअदद प्रमुख परमजीत सिंह सरना ने एक संवाददाता सम्मेलन किया। सरना ने कहा की डीएसजीएमसी के पूर्व कमिटी के सदस्यो के द्वारा और भी गंभीर अवैध कार्य कर रहे है। जिसमे मनजिंदर सिरसा के सहयोगी औए डीएसजीएमसी के सदस्य जसनैन सिंह सहित कई अन्य लिप्त है।
” सिरसा के सहयोगी जसमैन सिंह नोनी द्वारा डीएसजीपीसी सम्पदा के दुरुपयोग का खुलासा किया, बल्कि शैक्षणिक संस्थान के परिसर में शेल कंपनियों के मुख्यालय के माध्यम से धन के बड़े पैमाने पर गबन का भी खुलासा हुआ है। ”
सरना ने कहा, “छापे से सिरसा का बड़ा घोटाला सामने आया है।हम वर्षों से जो कहते आ रहे हैं, उसके लिए हम सही साबित हुए हैं कि यह अपराधी गुरुद्वारा संसाधनों के खुलेआम दुरुपयोग कर रहा था। ”
शिअदद अध्यक्ष ने घोषणा किया कि पंथक नेतृत्व नोनी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाएगा और गुरु हरगोबिंद एन्क्लेव में डीएसजीएमसी की संपत्ति से निकाले गए हर पैसे को ट्रैक करने के लिए कानून की मदद लेगा।
“वित्तीय फोरेंसिक से पता चला है कि जसनैन नोनी वास्तव में सिरसा के आदेश पर शेल कंपनियां चलाता था। इन शेल कंपनियों के असली वास्तविक स्वामित्व सिरसा के पास ही था। इन कंपनियों से पैसे कैश के माध्यम से सिरसा तक पहुँच रहे थे। धन हवाला के माध्यम से विदेशों में भी भेजे गए है। ”
सरना ने बताया की गुरु घर के पवित्र स्थान को माफियागिरी और भृष्टाचार का अड्डा बनाने वालो को ना गुरु माफ करेंगे, नही संगत ,नही कानून और नही हम।
गुरुद्वारा कमिटी के सफाई अभियान की शुरुआत हो चुकी। अभी आपको एक छोटा कूड़ा निकला है पूरे ढ़ेर आपके सामने आएगा।