मदरलैंड संवाददाता, छपरा(सारण)

सारण साहित्य मंच के तत्वाधान में ऑनलाइन काव्यपाठ का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारम्भ सारण भोजपुरीया समाज के अध्यक्ष श्री ज्वाला सिंह व सारण भोजपुरिया समाज के संस्थापक श्री बिमलेन्दु भूषण पांडेय ने संयुक्त रूप से दिपक जला कर किया । कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री ज्वाला सिंह रहे । रामप्रकाश तिवारी “ठेठबिहारी’ के संचालन में यह कार्यक्रम आगे बढ़ा और मणिबेन द्विवेदी द्वारा गणेश वंदना हुआ ।

रीना मिश्रा द्वारा ‘तुझे अपनी निगाहों में’ ,के बाद आरा के धरती से चंद्रगुप्त नाथ तिवारी ने वीर रस से भरा ‘ ना समझ पाक’ और अमरेंद्र सिंह ने श्रृंगार व आरती आलोक वर्मा ने गजल के रूप में ‘ दिया हूं रौशनी के साथ ‘ जैसा रस भरा श्रृंगार सुनाया ।उसके बाद दिल्ली से अनुज तिवारी “अनहद” ने ‘पुरानी कमीज’ जैसे रचना से कार्यक्रम में रंग ला दिया , श्यामकुंवर भारती ने अपने चर्चित गजल ‘खता करने वाले ‘ और कवि दिवाकर उपाध्याय ने आज के युग मे नारी व गृहस्थ जीवन का सचित्र वर्णन किया ।
कवियत्री मधुबाला सिन्हा ने ‘मत कुरेदो मेरे सपनों को ,व मोतिहारी से कवियत्री आशा सिंह ने ‘ कोकिल अब न बोलो तुम ‘ के बाद पटना चंदन कुमार ने ‘हे मातृभूमि
आँचल फैला लो’ और कश्मीर की धरती से सुनील कुमार भोला ने ” अब मै वह शख्स नहीं तेरा पुराना देखा हुआ ” गजल सुनाया ।

उसके बाद कार्यक्रम में में अपनी गजल से चारचांद लगाने अहमदाबाद के धरती से मोहब्बत के राजकुमार शैलेन्द्र कुमार तिवारी ” शैलेन्द्र” आये और “मैंने लिखे हैं कुछ अल्फाज को” सुनाये । कार्यक्रम आगे बढ़ा और युवा कवि गणपति सिंह “गीत”। ने ‘ भर आलिंगन खुशी दे गया’ जैसा गजल और कुमार घनश्याम ‘युवा ब्रिगेड’ ने ‘आज के शाम उन शहीदों के नाम से ‘ देश के शहीद वीर जवानों के श्रद्धांजलि दी। वहीं बिहार के आरा से युवा कवि सम्राट पंकज ने ‘ पत्थर बरसाने से अच्छा है हम फूल बरसा रहे हैं ‘। जैसी ओज पूर्ण कविता कही ,और रूपेश कुमार ने परिकल्पना होती हैं बेटियां जैसा कविता परोसा । वहीं वरिष्ठ कवि अरविंद श्रीवास्तव ने ‘ हे हिन्द के भाषा हिंदी तुझको शीश नवाता हूँ ‘ जैसा अपने गीत से हिंदी में बिंदी लगा सुशोभित कर दिया । तो मणिबेन द्विवेदी ने ‘ ख्वाब उनका दिखा कर जुदा हो गयी ‘ जैसे गजल से रंग भर दिया ।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे राम प्रकाश तिवारी ने भी ‘कैसे करूँ शुक्रिया आपका ‘ से शमां बांध दिया । महिला साहित्यकार व लेखिका मीना बिमलेन्दु पांडेय व कवि तेजप्रताप पांडेय ने सभी कवियों का उत्साहवर्धन किया ।अंत मे सारण भोजपुरिया समाज के संस्थापक श्री बिमलेन्दु भूषण पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन दिया ।

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