मदरलैंड सम्वादाता,
अररिया – सरकार के प्रयासों से बाहर फंसे लोगों की घर वापसी हो रही है। जिससे देश के अलग-अलग शहरों में रोजी-रोटी कमाने व भविष्य बनाने के उद्देश्य से गए प्रवासियों एवं छात्र-छात्राओं का आगमन जारी है। कूर्साकांटा व सिकटी प्रखंड क्षेत्र में प्रतिदिन प्रवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार को भी दर्जनों मजदूर सिकटी पहुंचे हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। ताकि क्षेत्र में संक्रमण न फैल सके।
लॉकडाउन को लेकर प्रवासी लोगों की घर वापसी जारी है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन के लिए सिकटी के 19 विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। क्वारंटाइन के लिए रखे गए मजदूरों को सरकारी स्तर से भोजन , आवासन आदि की व्यवस्था की गई है। इस तरह गुरुवार तक 922 लोगों को विभिन्न कोरोना सेंटर पर क्वरंटाइन किया गया है । इन सेंटरों की निगरानी के लिए प्रखंड के 179 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है । इसके अलावा विद्यालय के प्रधान शिक्षक कैम्प प्रभारी के रूप में अपना योगदान दें रहें हैं। बीएचएम संदीप कुमार ने बताया कि हॉस्पिटल के माइक्रो प्लान के मुताबिक प्रतिदिन क्वरंटाइन सेंटर से पांच लोगों का ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है । उसी के अनुसार 11 मार्च से 14 मार्च तक कुल 17 लोगों का ब्लड सेम्पल जांच में भेजा गया है , जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है । उन्होंने बताया कि मध्य विद्यालय सैदाबाद से 2 ,उच्च विश्र बरदाहा से 5 , प्लस टू प्रोजेक्ट विश्र से 5 तथा उच्च विश्र सिकटी से 5 लोगों का ब्लड सेम्पल भेजा गया है । फिलहाल मध्य विद्यालय मसुन्डा से दो लोगों को समय अवधि पूर्ण होने पर मेडिकल पर्ची के साथ छोड़ा गया है । सेंटरों कि विधि -व्यवस्था को लेकर पूरा सिकटी प्रखंड अलर्ट है । विभिन्न सेंटरों पर 14 कचहरी सचिव , 14 विकास मित्र , 54 आशा , 17 एएनएम के अलावा 179 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है । आरबीएसके की टीम दो पाली में मरीजों की जांच कर रही है । आरबीएसके की टीम में पाँच सदस्य शामिल हैं । वहीं स्वास्थ्य विभाग की कोर कमिटी में प्रभारी चिकित्सा प्रभारी , स्वास्थ्य प्रबंधक , लेखापाल के साथ -साथ स्वास्थ्य प्रशिक्षक को भी शामिल किया गया हैं । क्वरंटाइन सेंटर पर मौजूद कर्मी सुबह 6 बजे से 2 बजे तक , 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक तथा रात्रि आठ बजे से पुन: सुबह 6 बजे तक तीन शिफ्ट में अपनी ड्यूटी दे रहें हैं।