मदरलैंड संवाददाता , सिमरी बख्तियारपुर , सहरसा
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का असर बिहार में लगातार बढ़ता जा रहा है । अब सहरसा भी इससे अछूता नहीं रहा है । जिले के सौरबाजार में कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है । जो ट्रेन से चलकर सहरसा पहूंचा है । परंतु प्रशासन की सुस्ती व गलत निर्णय से सिमरी बख्तियारपुर भी इस महामारी के चपेट में जा सकता है । सिमरी प्रखंड में तीन क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं । जो नगर के एक डीसी कॉलेज एवं दूसरा उच्च विद्यालय सिमरी बख्तियारपुर उच्च विद्यालय और तीसरा गायत्री शिक्षा निकेतन है । सिमरी का निर्णय प्रशासन पर महंगा पड़ सकता है । चुकी यह जगह घनी आबादी के मध्य है । लॉकडाउन नियम के तहत भीड़ एकत्रित ना हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने बीच बाजार में लगी सब्जी मंडी को उच्च विद्यालय के मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया । हमेशा से यहां काफी संख्या में लोग की भीड़ रहती है । जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता है । इस प्रखंड में ही घनी आबादी से दूर की विद्यालय है । उसका उपयोग किया जा सकता था । इससे प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है । वहीं चकभारो पंचायत के मध्य विद्यालय लगमा में की लोग महाराष्ट्र से चलकर आए हैं । जिसे ग्रामीणों ने रोक रखा है । जिसकी सूचना लगातार स्थानीय प्रशासन को दी जा रही है बावजूद आजतक कोई नहीं पहूंचा । जिसके कारण उन लोगों का आजतक ना स्वास्थ्य परीक्षण हुआ ना ही उसे क्वॉरेंटाईन ही किया गया है । प्रशासन की यह लापरवाही कहीं आम जनता के लिए मुश्किल खड़ा ना कर दें और रही बात वर्तमान में क्वॉरेंटाईन सेंटरों का तो उसकी स्थिति बद से बद्तर है उसमें रहने वाले प्रवासीयों को ससमय ना नास्ता दिया जाता है ना ही स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की गई है । कहीं सरकारी राशि का दूरूपयोग तो नहीं हो रहा है । वहीं राजद नेता रितेश रंजन ने जिला पदाधिकारी से हस्तक्षेप कर अभिलंब सूत्रधार की मांग की है ।