मदरलैंड संवाददाता, पटना
क्रिकेट में सिर्फ बतौर खिलाड़ी कैरियर नहीं बनता बल्कि उसमें कई ऐसे फील्ड हैं जहां कैरियर बनाया जा सकता है। इसका उदाहरण पेश किया है बिहार के निशांत दयाल ने जो खुद भी कभी क्रिकेट खेलते थे। और आज भी उन्हें क्रिकेट से लगाव है। उन्होंने स्कूल लेवल पर खेलते हुए यह तय कर लिया था कि वह इसी फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं जिसके बाद उन्होंने इस फील्ड में बहुत मेहनत की और आज वे इस फील्ड में रिनाउंड स्पोर्ट्स कंपनी एलिट स्पोर्ट्ज चलाते हैं जिन्हें सिलिकॉन इंडिया ने हाल ही में प्रकाशित अपनी मैगजीन में देश की शीर्ष स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनियों में पहली रैंकिंग दी है।
चाहे मैदान के भीतर हो या मैदान के बाहर अपने प्रयासों से उन्होंने अपनी स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी के माध्यम से अभूतपूर्व कार्य किए हैं। इसको लेकर निशांत दयाल ने कहा कि उनका बचपन से सपना रहा है कि वह स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अपना योगदान दें। यही वजह है कि आज भी अपनी कंपनी के माध्यम से कई महत्वपूर्ण काम कर पा रहे हैं। और नई प्रतिभा को संभालने का कार्य कर रहे हैं। एलिट इंस्टिट्यूट ने काफी ब्रांड के साथ काम किया है जिसमें वायजुज,लिंकपेंश,रायल्सन, वीडियोकॉन आदि।
रांची में नए स्टेडियम में लाइट्स में 2011 में झारखंड प्रीमियर लीग हुआ था। जिसका टेलीकास्ट टेन स्पोर्ट्स पर हुआ था। उसका कंप्लीट कंसेप्ट प्लानिंग निशान्त दयाल का था और झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ पार्टनरशिप में किया गया था। वहीं आईपीएल में अभी पंजाब टीम से जुड़े हैं। इससे पहले हैदराबाद के साथ थे। उन्होंने झारखंड के क्रिकेटर सौरभ तिवारी आदि को भी प्रमोट किया है तो बिहार के प्रतिभावान खिलाड़ियों की भी मदद कर रहे हैं। उन्होंने अब 200 से ज्यादा क्रिकेटर को क्रिकेट किट उपलब्ध करवा चुके हैं और सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत बिहार में कई महिलाओं के बीच सिलाई मशीन बँटवा चुके हैं।