मदरलैंड संवाददाता, सहरसा

गुरुवार की सुबह से रूक रूक हो रही वारिस सिमरी नगर को पानी-पानी कर दिया।  नगर के सभी वार्डों की गलियों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई। वार्ड की गलियों में हुए जलजमाव के बाद यह स्पष्ट हो गया कि नगर पंचायत द्वारा नगर में जलनिकासी की व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं किया गया। वार्डों की गलियों में जो नालियों का निर्माण हुआ है वह किसी काम की नहीं है।  यदि नालियों से जलनिकासी होता तो गलियों में जलजमाव की समस्या नहीं उत्पन्न होती। वार्ड की गलियों के अलावा यदि मुख्य सड़क की बात की जाए तो स्थिति में कोई अंतर नहीं है। नगर की मुख्य सड़कों पर भी जगह-जगह जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। मुख्य सड़क मार्ग में नाला का निर्माण नहीं होने से जलनिकासी की भीषण समस्या उत्पन्न हो गई है । नगर के कुछ वार्डों जबकि नाला के निर्माण में काफी राशि खर्च की गई । पर ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ कर रही है । जब यह नाला बना तो नगर के लोगों को यह लगा कि अब नगर की मुख्य सड़क जलजमाव की समस्या से मुक्त हो जाएगी पर उसके बाद आज भी नगर के मुख्य मार्ग में सड़क सह नाला का निर्माण नहीं की दिशा में नगरवासी वारिस के समय में नरकीय जीवन जीने को विवस है । इस वारिस की बजह से नगर की सड़कों पर घुटने भर पानी जमा हो गया । कुछ इसी तरह का हाल करीब सभी वार्डों में भी देखने को मिला। स्थानीय लोगों ने कहा कि नगर की साफ सफाई में नगर प्रशासन करीब 12 लाख रुपए महिना खर्च करती बावजूद हर तरह गंदगी और जलजमाव की समस्या बनी रहती है । अभी तो बरसात शुरू हुई है। अब बरसात हुई तो लोगों के घरों में भी बरसात के साथ-साथ नालियों का गंदा पानी प्रवेश करेगा।
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