मदरलैंड संवाददाता,
छपरा सारण : कोरोना महामारी के चलते हुए लॉक डाउन में बिहार के विभिन्न जिलों के कामगार मजदूर सूरत में फंसे हुए थे । जिनको 7 मई को सूरत से बिहार के सारण जिले में छपरा जंक्शन पर ट्रेन द्वारा लाया गया। छपरा जंक्शन पर इन प्रवासियों के लिए अपने गंतव्य तक पहुंचने के सारे व्यवस्था सारण जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन, सारण पुलिस कप्तान हर किशोर राय, सदर एसडीएम अभिलाषा शर्मा , रेलवे के पदाधिकारियों एवं जिले के अन्य पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों के द्वारा कर ली गई थी। ट्रेन पहुंचने के पहले ही 60 बसों की व्यवस्था हो चुकी थी। जिन बसों के सहारे सामाजिक दूरी की नियम को पालन करते हुए यात्रियों को बैठाकर के उनके गंतव्य तक भेजना था । ट्रेन जैसे ही छपरा जंक्शन पर आकर रुकी सामाजिक दूरी के लिए।बनाये गए गोल सर्किल में इन प्रवासियों को सामाजिक दूरी के नियम को पालन करते हुए उतारा गया। स्टेशन परिसर में ऐसी व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई थी कि कोई भी यात्री किसी दूसरे रास्ते से निकल कर नहीं जा कसे।यात्रियों के उतरते ही उनके सामानों को सेनीटाइजेशन किया गया।उसके बाद उनको स्टेशन से बाहर निकाल कर डॉ की टीम द्वारा स्क्रीनिंग करने के बाद उनके गन्तव्य स्थान के बसों में बैठा कर कोरेण्टाइन केंद्र के लिए भेजा गया।आए हुए ये प्रवासी बिहारी औरंगाबाद के 209,सारण के 173,गया के 164,रोहतास के 88,भोजपुर 89,नवादा 54,पश्चिम चंपारण 41,भागलपुर 36,बक्सर 34,पटना 31,अरवल 30,दरभंगा 29, नालन्दा 29,जमुई 25,मुजफ्फरपुर 22,कैमूर 20,सीतामढ़ी 17,समस्तीपुर 16,वैशाली 16,लखीसराय 11,मुंगेर 11,मधुबनी 10,पूर्वी चंपारण 9,सिवान 9,गोपालगंज 8, शेखपुरा 8, अज्ञात जो 8 थे उनकी पहचान छपरा में कर ली गई, जहानाबाद 5,किशनगंज 5, बिहार 4, सुपौल 2, बाँका 1,एवं कटिहार के 1 थे।इन लोगो को गन्तव्य तक भेजने के लिए सारण जिला प्रशासन द्वारा पहले से ही समुचित व्यवस्था कर ली गई थी।ट्रेन आने के पहले से लेकर इन प्रवासियों को इनके गन्तव्य तक भेजने के तक सारण ज़िलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन,जिला पुलिस कप्तान हर किशोर राय, सदर एसडीएम अभिलाषा शर्मा ,जिले के अन्य पदाधिकारी एवं पुलिस बल मुस्तैद थे।