भारत के पड़ोसी मुल्क चीन के साथ जारी तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने सेना कमांडरों का सम्मेलन खत्म होने के बाद लेह का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख इस दौरे पर ऑन-ग्राउंड स्थिति और चीनी सेना के साथ वार्ता में प्रगति की समीक्षा करने के लिए जा रहे है। अधिकारियों ने कहा कि सेना प्रमुख ने सोमवार को दिल्ली में सेना के शीर्ष कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की है। सेना के अधिकारियों के अनुसार, कमांडरों के सम्मेलन के दूसरे चरण के लिए सभी कमांडर दिल्ली में हैं। उत्तरी और पश्चिमी दोनों मोर्चों पर स्थिति की समीक्षा के लिए 22-23 जून को सेना कमांडरों का सम्मेलन आयोजित किया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भारत और चीन लद्दाख की गलवन घाटी में हिंसक झड़प के बाद सीमा तनाव को कम करने के लिए सैन्य-स्तरीय वार्ता कर रहे हैं। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिकों ने अप्रतिम बहादुरी का परिचय देते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था। चीनी सेना को भी इसमें काफी नुकसान पहुंचा है। चीन ने यह कबूली है कि झड़प में उसका कमांडर भी मारा गया था।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना के 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और उनके चीनी समकक्ष के बीच करीब 11 घंटे तक बैठक हुई। सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में उपजे तनाव को कम करने के लिए चुशूल सेक्टर में चीन के मोल्डो सैन्य कैंप सुबह करीब 11:30 बजे बैठक शुरू हुई। वही, दोनों कोर कमांडरों के बीच यह दूसरी बैठक थी। इससे पहले वे 6 जून को मिले थे और कई स्थानों पर दोनों पक्ष पीछे हटने के लिए सहमत हुए थे। भारत और चीन पिछले महीने से चल रहे सीमा तनाव को कम करने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, पिछले हफ्ते पूर्वी लद्दाख में डी-एस्केलेशन के दौरान चीनी सैनिकों द्वारा एकतरफा स्थिति में बदलाव के प्रयास के बाद गलवन में दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई। इसके बाद से तनाव बढ़ गया है।